राजनीति

जब भरी महफ़िल में रो पड़े ये दिग्गज़ राजनेता, इंदिरा-नेहरू से लेकर राहुल-योगी तक हैं शामिल

भारतीय राजनीति अक्सर चर्चाओं में बनी रहती है. भारतीय राजनीती में कई बार ऐसे मौके भी आए जब बड़े-बड़े दिग्गज़ नेता भरी सभा में जनता के सामने रो पड़े थे. आज आपको कुछ ऐसे ही नेताओं के बारे में हम बता रहे हैं. तो चलिए जानते हैं कि ऐसे नेता कौन हैं और इनके रोने या भावुक होने का क्या कारण रहा था.

लालकृष्ण आडवाणी…

लालकृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के एक दिग्गज़, सम्मानित और बड़े नेता हैं. लालकृष्ण आडवाणी की आंखों में उस समय आंसू आ गए थे जब भाजपा की नेत्री उमा भारती ने खुले मंच पर आडवाणी की जमकर तारीफ़ की थी. वहीं आडवाणी के आंखों में उस समय भी आंसू आ गए थे जब दिवंगत नेत्री सुषमा स्वराज लोकपाल के मुद्दे पर लोकसभा में भाषण दे रही थीं.

इंदिरा गांधी…

indira gandhi

इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री रही हैं. इंदिरा गांधी को विदेशों में भी पहचाना जाता है. इंदिरा की आंखें उस समय छलक पड़ी थी जब साल 1977 के आम चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार हुई थी और इंदिरा गांधी को पीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. इस हार के बाद जनता के सामने इंदिरा रो पड़ी थीं.

जवाहर लाल नेहरू…

jawahar lal nehru

पंडित जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री थे. जवाहर लाल नेहरू के जीवन में भी ऐसा समय आया जब वे लोगों के सामने रो पड़े. नेहरू की आंखें उस समय भीग गई थी जब भारत चीन युद्ध के बाद हिंदी सिनेमा की महान और दिग्गज़ गायिका लता मंगेशकर ने ‘ज़रा आँख में भर लो पानी’ गीत गाया था.

राहुल गांधी…

राहुल गांधी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष है और वे वर्तमान में केवल के वायनाड से सांसद हैं. राहुल गांधी जयपुर में एक चिंतन गोष्ठी में अपनी दादी और पिता की हत्या के बाद मां के हालात के बारे में बात करते हुए रो पड़े थे.

योगी आदित्यनाथ…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम भी इस सूची में शामिल है. बता दें कि, साल 2006 में जब यूपी में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी टीवी 11 दिनों के लिए योगी आदित्यनाथ जेल में रहे थे. इस बारे में और पुलिस की बर्बरता के बारे में बोलते हुए सीम योगी संसद में रो पड़े थे.

शशिकला…

एक समय शशिकला और तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता एक-दूसरे के बेहद करीब थीं. हालांकि बाद में दोनों के रिश्ते में दरार भी आई थी. और साल 2011 के दौरान जब जयललिता सीएम बनी तो शशिला को लगा कि जयललिता उनके खिलाफ सज़िश रच रही हैं और वे इस पर बात करते हुए रोने लगी थीं.

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