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किन्नरों की मंजूरी के बाद अपनी फिल्म में गाना रखते थे राज कपूर, होली भी उनके साथ खेलते थे

राज कपूर एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं बल्कि एक निर्माता और निर्देशक भी थे. शुरुआत में उन्होंने एक अभिनेता के रूप में शानदार काम किया जबकि आगे जाकर वे एक निर्माता और निर्देशक के रूप में भी ख़ूब मशहूर हुए. राज कपूर, कपूर परिवार के एक चर्चित कलाकार रहे हैं. राज कपूर से जुड़े यूं तो कई किस्से बेहद मशहूर है लेकिन आज आपको उनसे संबंधित एक ऐसे किस्से के बारे में हम बताने जा रहे हैं जो काफी दिलचस्प है.

राज कपूर का जन्म पाकिस्तान के पेशावर में कपूर हवेली में 14 दिसंबर 1924 को हुआ था. राज कपूर ने अपने करियर में कई शानदार फ़िल्मों में काम किया और साथ ही जब उन्होंने फ़िल्में बनाई तो उसमे भी उन्होंने धूम मचा दी. अपने निर्देशन में बनने वाली फिल्म पर राज बड़ी बारीकी के साथ काम करते थे.

Raj Kapoor

बताया जाता है कि अपनी फ़िल्मों के गानों पर भी राज कपूर विशेष ध्यान देते थे. आपको जानकारी के बता दें कि, राज साहब अपनी फिल्म में गानों का चयन किन्नरों की मंजूरी लेने के बाद ही करते थे. राज किन्नों को पहली अपनी फ़िल्मों में लिए जाने वाले गानों को सुनाते थे. यदि गाने पर किन्नर सहमति देते थे और उन्हें गाने पसंद आते थे तब ही वो गाना राज कपूर अपनी फिल्म में लेते थे अन्यथा वो गाना फिल्म से बाहर कर दिया जाता था.

Raj Kapoor

होली पर राज साहब से मिलने आते थे किन्नर…

अपने एक साक्षात्कार में फिल्म समीक्षक जयप्रकाश चौकसे ने बताया था कि, हर साल होली के ख़ास अवसर पर किन्नर राज कपूर से मिलने आते थे. होली पर शाम चार बजे कुछ किन्नर राज कपूर से मिलने आरके स्टूडियो आते थे. इस दौरान राज साहब के सामने सभी रंग उड़ाते, रंग लगाते और उन्हें भी अपने साथ नचवाते थे. तब ही राज साहब किन्नरों को अपनी नई फिल्मों के गीत सुनाते थे और उनसे मंजूरी लेते थे.

किन्नरों ने ‘राम तेरी गंगा मैली’ के लिए नापसंद कर दिया था एक गाना…

बताया जाता है कि राजा साहब की सुपरहिट फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ के एक गाने पर किन्नरों ने मंजूरी नहीं दी थी और फिर उस गाने को राज कपूर ने फिल्म में नहीं लिया था. जयप्रकाश के मुताबिक़, राज कपूर ने उसी वक्त संगीतकार और गायक रविंद्र जैन को बुलाया और उन्हें एक नया गाना बनाने के लिए कहा.

Raj Kapoor

इसके बाद लता मंगेशकर द्वारा गाए गए गाने ‘सुन साहिबा सुन’ को रवींद्र जैन ने संगीत दिया और किन्नरों ने इसे बेहद पसंद करते हुए कहा था कि, देखना ये गीत सालों चलेगा और ऐसा हुआ भी. यह गाना काफी लोकप्रिय हुआ था.

raj kapoor

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