समाचार

देश को दहलाने की साजिश नाकाम ‘प्लान-D’ एक्सपोज़ 6 आतंकी गिरफ्तार

दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में हमले करने की साजिश रच रहे थे

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एटीएस की मदद से देश को दहलाने वाली बड़ी साजिश को अंजाम देने से पहले ही नाकाम कर दिया गया है। बुधवार को अलग-अलग राज्यों से अच्छे आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। 6 में से 4 संदिग्ध आतंकियों को देर रात ही कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की रिमांड पर ले जाया गया है। बचे हुए दो आतंकियों को भी आज ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।

यह सभी आतंकवादी स्लीपर सेल की मदद से देश में बम धमाके करना चाहते थे। इन्हें दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र और राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इस ऑपरेशन को 1 महीने से अंजाम दे रही थी। दिल्ली स्पेशल पुलिस ऑफिसर नीरज ठाकुर ने बताया कि पकड़ी गई इस आतंकी टीम का काम सीमा पार से हथियार लाना और उन्हें अलग-अलग राज्यों में भेजना था। उन्होंने कहा की आतंकी कई राज्यों में फैले थे और त्योहारी सीजन में आतंक का नापाक खेल खेलना चाहते थे, इनके पास से बड़ी मात्रा में आईडी भी बरामद की गई है।


क्या है ‘प्लान D’

प्लान डी के तहत आतंकी दिल्ली मुंबई जैसे बड़े शहरों को दहलाने की साजिश रच रहे थे। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी आतंकी अलग-अलग शहरों में धमाके की प्लानिंग कर रहे थे। महाराष्ट्र के एक आतंकी को राजस्थान के कोटा से जबकि दो को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया ‌‌‌‌‌‌‌‌है। वही तीन आतंकी उत्तर प्रदेश के लखनऊ समेत अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किए गए। इनके पास से 1 किलो RDX और दो हैंड ग्रेनेड भी बरामद हुए हैं।

साजिश में दाऊद के भाई का नाम आया सामने

इस पूरी आतंकी साजिश को पाकिस्तान में बैठे-बैठे अंजाम दिया जा रहा था। आतंकियों के पकड़े जाने के बाद अब कई बड़े आतंकी सरगनाओं के नाम सामने आ रहे हैं। इस साजिश के पीछे दाऊद इब्राहिम का भाई अनीस इब्राहिम है जो पाकिस्तान में ही बैठा है और वहीं से सारे आतंकियों को कंट्रोल कर रहा था। वह अंडरवर्ल्ड के जरिए इस आतंकी मॉड्यूल को सपोर्ट कर रहा था। अनीस आतंकियों को पैसे मुहैया कराने से लेकर सीमा पार से हथियारों की खेप पहुंचाने तक सारे काम देखता था। पकड़े गए छह में से दो आतंकी ऐसे हैं जिनको पाकिस्तान में टेरर की ट्रेनिंग भी मिली है।

आतंकी संगठनों की मिली भगत

इस साजिश के नाकाम होने के बाद पता चला है इस प्लान में आईएसआई से लेकर अलकायदा तक कई संगठन शामिल थे और मिलकर वारदात को अंजाम देना चाहते थे। सबसे पहले आतंकी समीर की गिरफ्तारी की गई थी उसी में अंडरवर्ल्ड का नाम भी सामने आया था तभी पता चला कि इसमें दाऊद का भाई अनीस भी शामिल है।

1993 जैसे धमाके करने की थी साजिश

पाकिस्तान में छिपे बैठे दाऊद इब्राहिम पर कई सालों से शिकंजा कसा हुआ है। भारत में भी लगातार उसकी संपत्तियों को नीलाम कर उसे कमजोर किया जा रहा है। इसलिए अब वह मुंबई बम धमाकों जैसी प्लानिंग करके ISI की मदद से करके अपनी ताकत दिखाना चाहता है।

12 मार्च 1993 को मुंबई के अलग-अलग जगहों में 12 ब्लास्ट के गए थे जिसमें 257 लोगों की मौत हुई थी। गनीमत है कि इस बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एटीएस की सजगता से बड़े हमले को पहले ही नाकाम कर दिया गया है। उम्मीद है कि पकड़े गए आतंकी कईं बड़े खुलासे कर सकते हैं।

Back to top button