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गोरखपुर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी मारा गया काजल हत्याकांड का आरोपी विजय प्रजापति

गोरखपुर में काजल नाम की युवती की गोली मारकर हत्या कर देने वाले खूंखार अपराधी विजय प्रजापति को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। उस पर युवती की हत्या समेत दर्जनों मामले दर्ज थे, पुलिस को कईं दिनों से उसकी तलाश थी लेकिन वो फरार था। जब पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो वो भागते हुए पुलिस पर फायरिंग करने लगा इस दौरान क्रॉस फायरिंग में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।

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आपसी विवाद के चलते की थी हत्या

गोरखपुर के पास जगदीश भलुआन गांव के राजू नयन सिंह बांसगांव का विजय प्रजापति के साथ रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद था। 20 अगस्त की रात को विजय प्रजापति समेत चार लोग राजू नयन सिंह के घर पहुंचे और उनकी पिटाई करने लगे। लेकिन राजू की बेटी काजल ने पिटाई का वीडियो बनाना शुरू कर दिया तभी विजय ने उसके पेट में गोली मार दी 5 दिन तक इलाज के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका और उसकी मौत हो गई।

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विजय पर एक लाख रुपए का इनाम था

एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि देर रात चेकिंग के वक्त जब पुलिस ने विजय प्रजापति के संभावित ठिकाने पर तलाश की तो विजय ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरु कर दी और भागने की कोशिश करने लगा, पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की जिसमें वो घायल हो गया जबकि उसका साथी भाग गया।

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विजय को घायल हालत में ही अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित दिया। उस पहले से ही दर्जनों मामले थे साथ ही एक लाख का इनाम भी घोषित था।

पुलिस की नाकामी भी सामने आई 

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काजल के पिता राजू ने दावा किया कि बेटी के हत्यारे विजय का पिता सुभाष प्रजापति रविवार देर रात को ही गांव आया और चुपचाप अपना सामान बांध कर चला गया लेकिन पुलिस सोती रही उसको इस बात की भनक तक नहीं लगी। हालांकि पुलिस का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ।

पेट में गोली फसने से हुई थी काजल की मौत

डॉक्टर उसके पेट से गोली निकालने की लगातार कोशिश कर रहे थे लेकिन गोली फंसी होने से निकल नहीं रही थी जिससे उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। बाद में काजल का ऑपरेशन किया गया लेकिन ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया जिससे उसकी मौत हो गई थी। बाद में स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के चलते पुलिस खूद उसके शव को गांव लाई थी तब उसका अंतिम संस्कार किया गया था।

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