समाचार

तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट से अगवा किए 150 लोग, जिसमें ज़्यादातर भारतीय।

रिपोर्ट्स के मुताबिक 150 नागरिकों को तालिबानियों ने किया अगवा, ज्यादातर भारतीय...। जानिए पूरी ख़बर...

अभी अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबानी (Taliban) के कब्जे को दस दिन भी नहीं हुए हैं कि अफगानिस्तान से खौफ़जदा कहानियां बाहर निकलना शुरू हो गई हैं। बता दें कि भले तालिबान अपने आपमें बदलाव की बात कर रहा, लेकिन उसकी तालिबानी सोच फ़िर से दुनिया के सामने दिख ही गई है। बता दें कि तालिबान ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बार बदले रूप में आने की बात कही थी लेकिन लोग उस पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। अफगानिस्तान से बाहर निकलने के लिए मची भगदड़ जारी है। वहीं इस घटनाक्रम के बीच तालिबानियों द्वारा 150 लोगों को किडनैप किए जाने की सुर्खियों निकलकर सामने आ रही है।

airport kabul

जी हां बता दें कि अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर जा रहे 150 लोगों का तालिबानी आतंकियों ने अपहरण कर लिया है। इसमें ज्‍यादातर भारतीय नागरिक हैं। स्‍थानीय मीडिया ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्‍होंने बताया कि अपहरण किए गए ज्‍यादातर लोग भारतीय हैं लेकिन उनके साथ अफगान नागरिक और अफगानिस्‍तान में रहने वाले सिख भी शामिल हैं। वहीं भारतीयों के पीटे जाने की भी खबर है। हालांकि अभी सरकार की ओर से इस घटना की पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच तालिबान ने अफगान मीडिया से बातचीत में भारतीयों के अपहरण की खबर का खंडन किया है।

Taliban Kidnep 150 peoples most of indians


वहीं स्थानीय अफगान मीडिया की मानें तो इन सभी लोगों का काबुल स्थित हामिद करजई एयरपोर्ट के पास से अपहरण किया गया है। इन सभी लोगों को आज सुबह काबुल स्थित हामिद करजई एयरपोर्ट के पास से किडनैप किया गया है। एक सूत्र ने अफगानिस्‍तान के स्‍थानीय मीडिया ‘काबुल नाउ’ को बताया कि वह पत्‍नी और कुछ अन्‍य लोगों के साथ किसी तरह से बच सका। उसने बताया कि वे सभी 8 मिनी वैन में बैठे थे और उस समय सुबह के एक बज रहे थे। ये लोग काबुल एयरपोर्ट के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वे घुस नहीं पाए।

अगवा भारतीयों की हुई पिटाई?…

Taliban Kidnep 150 peoples most of indians

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसके बाद तालिबानियों का एक गुट आया और वे उन्‍हें ताराखिल ले गए जो काबुल के पूर्व में स्थित है। इस दौरान भारतीयों की पिटाई की गई। सूत्र ने बताया कि उन्‍होंने खुद को मिनी वैन के शीशे खोलकर कूद गए और किसी तरह से अपनी जान बचाई। तालिबान ने भारतीयों से कहा कि वे उन्‍हें दूसरे गेट से ले जाएंगे लेकिन वे अब कहां हैं, इसका पता नहीं चल पाया है।

गौरतलब हो कि यह घटना ऐसे समय पर हो रही है जब अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से स्थितियां लगातार खराब हो रही हैं। अफगानिस्‍तान में कई भारतीय भी फंसे हुए हैं। भारत काबुल से अपने लोगों को निकालने के अभियान में लगातार जुटा हुआ है। इस क्रम में इंडियन एयर फोर्स का एक विमान थोड़ी देर में 85 से अधिक भारतीयों को लेकर पहुंचने वाला है। वहीं दूसरी तरफ अगवा किए गए भारतीयों के साथ तालिबानियों द्वारा पिटाई किए जाने की ख़बर निकलकर भी आ रही है।

मंगलवार को वापस लौटने वालों में भारतीय राजदूत आर. टंडन भी शामिल…

kabul

वहीं जो जानकारी अभी तक प्राप्त हुई है। उसके अनुसार ये विमान रास्ते में फ्यूल के लिए ताजिकिस्तान में उतरा था। भारत सरकार के अधिकारी काबुल से भारतीयों नागरिकों की सुरक्षित वापसी कराने के अभियान में जुटे हुए हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल समेत वहां के अन्य इलाकों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए कुछ दिन पहले ही वायुसेना के दो C-17 ग्‍लोबमास्‍टर विमानों को भेजा गया था। इनमें से एक ने पिछले रविवार की रात उड़ान भरी थी। विमान सोमवार सुबह भारत पहुंचा था।

इसके अलावा दूसरे विमान ने पिछले मंगलवार की सुबह काबुल से करीब 130 लोगों को लेकर उड़ान भरी थी। यह विमान गुजरात के जामनगर में फ्यूल लेने के बाद गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचा था। पिछले मंगलवार को वापस लौटने वालों में भारतीय राजदूत आर. टंडन, दूतावास के कर्मचारी समेत आईटीबीपी के जवान भी शामिल थे। प्लेन काबुल से उड़ान भरने के बाद गुजरात के जामनगर में फ्यूल के लिए उतरा था। जामनगर में लैंडिंग के बाद उसमें सवार लोगों ने राहत की सांस ली थी।

अपने देश पहुंचने के बाद लोगों ने पूरे जोश के साथ विमान के अंदर ही भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए थे। वहीं आख़िर में बता दें कि अफगानिस्तान की मीडिया से जो खबरें अब निकलकर आ रही है। जिसमें यह कहा जा रहा कि तालिबानियों ने भारतीयों को गुमराह करते हुए उन्हें अपहृत कर लिया और उनके साथ मारपीट भी की गई। ऐसे में अगर यह ख़बर सच साबित होती है, तो क्या मुन्नवर राणा जैसे तथाकथित तालिबानी समर्थक अब भी उसे बदले हुए रूप में देखेंगे या इनकी सोच में बदलाव होगा, जिसकी उम्मीद तो नही, लेकिन अभी इस अपहरण की पुष्टि सरकार की तरफ से नही हुई है।

Back to top button