बॉलीवुड

दूल्हे का शादी का सपना टूटा, पुलिस ने उत्तराखंड बॉर्डर से ही बारात वापस लौटा दी, जाने वजह

कोरोना काल में शादियों का सिलसला थोड़ा थम सा गया था। जो शादियां हो भी रही थी उसमें इक्का दुक्का लोग ही शामिल हो पाते थे। लेकिन कोरोना के मामले में कमी आने के बाद उसमें छूट दी गई है। वहीं शादियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। हालांकि इस शादी के दौरान भी सभी को कोरोना गाइड लाइन का पालन करने की सलाह दी जाती है। इसकी वजह ये है कि कोरोना के मामले थोड़े कम जरूर हुए हैं, लेकिन ये पूरी तरह से थमा नहीं है। कोरोना की तीसरी लहर कभी भी दस्तक दे सकती है।

इस बीच खबर उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से एक अनोखी खबर आ रही है। यहां एक दूल्हा सजधजकर अपनी बारात उत्तराखंड से लेकर दुल्हन को लेने निकला लेकिन उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर पर पहुचते ही पुलिस ने उसे रोक लिया। इसके बाद कुछ ऐसा हुआ कि पुलिस ने 40 बरातियों समेत दूल्हे को भी वापस अपने घर भेज दिया और यह शादी नहीं हो पाई। उधर दुल्हन पक्ष की सार तैयारियां भी धरी की धरी रह गई। तो आखिर ऐसा क्या हुआ जो पुलिस ने दूल्हे को बॉर्डर क्रॉस नहीं करने दिया, आइए जाने।

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के कोतवाली थानाक्षेत्र के चंदोही में रहने वाले मुमताज की शादी कुछ दिनों पहले उत्तराखंड के इस्लामनगर में रहने वाली एक लड़की से तय हुई थी। शादी 29 जुलाई को होना थी। ऐसे में दूल्हा मुमताज सजधज कर कार के अंदर बैठ गया। वह अपने साथ 40 बरातियों को लेकर अपनी दुल्हनियाँ को लेने निकल गया। इस दौरन उत्तराखंड के हल्दी बैरियर पर पुलिस ने सभी को रोक लिया। इसके बाद पुलिस दूल्हे के पास गई और कुछ टेस्ट किए। टेस्ट का रिजल्ट जब सामने आया तो बरातियों में हड़कंप मच गया और बारात को वापस बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा।

barat

दरअसल पुलिस ने बॉर्डर पर दूल्हे का एंटीजन टेस्ट किया जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव निकला। पुलिस ने बाकी 40 बरातियों का भी टेस्ट किया लेकिन सभी नेगेटिव निकले। अब चुकी ये शादी का मामला था और मुख्य बाराती दूल्हा ही कोरोना पॉजिटिव निकला इसलिए पुलिस ने उसे बॉर्डर क्रॉस करने से रोक लिया और कहा कि 14 दिन बाद आना। जब यदि उसका टेस्ट नेगेटिव आएगा तो ही उसे जाने दिया जाएगा।

उधर दूल्हा शादी में नहीं पहुंचा तो लड़की वाले टेंशन में आ गए। उन्हें जब इस घटना की जानकारी हुई तो वे भी बॉर्डर पर आ गए, लेकिन दूल्हे की कोरोना वाली बात जानकार वे भी वापस लौट गए। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा के हल्दी चेक पोस्ट पर जब स्वास्थ्य टीम कोरोना की जांच कर रही थी तो बरातियों ने इससे बचने के लिए काफी जद्दोजहद की थी, हालांकि बाद में उनके पास जांच कराने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचा। दरअसल स्वास्थ्य टीम द्वारा नियमित रुप से बाहर राज्यों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जांच की जा रही है।

पीलीभीत में तैनात सीएमओ सीमा अग्रवाल बताते हैं कि मुमताज के घर भी एक मेडिकल टीम भेज परिवार के सभी लोगों की जांच होगी। वहीं बारात में शामिल सभी लोगों की जांच भी कारवाई जाएगी। जो भी कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है उसे होम आइसोलेट किया जाएगा।

Back to top button