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केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर आपत्तिजनक कमेंट करना पड़ा महंगा, पुलिस ने की FIR दर्ज 

अपना दल (एस) से सांसद व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर अभद्र व अशोभनीय चीजें पोस्ट करना एक शख्स को भारी पड़ गया और पुलिस ने इस शख्स के ऊपर केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार फेसबुक पर सरदार मुंशी रामपाल वर्मा नाम के एक शख्स की आईडी से अनुप्रिया पटेल के बारे में एक आशोभनीय पोस्ट डाली गई थी। जिसके बाद पुलिस ने इस शख्स पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस की ओर से ये केस 23 जुलाई को दर्ज किया गया है और अब आरोपी की तलाश की जा रही है।

खबर के मुताबिक अफसरों ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने को निर्देशित किया। जिसके बाद कर्नलगंज थाने में फेसबुक आईडी के आधार पर केस दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक आरोपी को पकड़ा नहीं जा सका है और पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।

एफआईआर कर्नलगंज थाने के दरोगा उमाशंकर की तहरीर पर लिखी गई है। जिसमें उन्होंने कहा है कि फेसबुक पर सरदारवंशी रामपाल वर्मा की फेसबुक आईडी से केंद्रीय राज्यमंत्री के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। उनके बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। पुलिस की ओर गालीगलौज करने के आरोप के साथ-साथ आरोपी पर आईटी एक्ट की धारा लगाई गई है।

कौन है अनुप्रिया पटेल

अनुप्रिया पटेल बीजेपी की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और मिर्जापुर से सांसद हैं। ये वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री है। इन्हें हाल ही में कैबिनेट का विस्तार करते हुए ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। अनुप्रिया पटेल का जन्म 28 अप्रैल 1981 को कानपुर शहर में हुआ था।

इन्होंने दिल्‍ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन और एमिटी यूनिवर्सिटी से साइकोलजी में मास्टर डिग्री हासिल की है। इसके अलावा इन्होंने छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी (कानपुर) से एमबीए भी की है। पिता सोनेलाल की 2009 में हादसे में मौत के बाद इन्होंने राजनीति में कदम रखा और पिता की पार्टी के कार्य को संभाला।

गौरतलब है कि अक्सर इस तरह के पोस्ट सोशल मीडिया पर किए जाते हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री और अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद स्मृति ईरानी के खिलाफ सोशल मीडिया में अभद्र टिप्पणी की गई थी। ये कमेंट डिग्री कॉलेज के शिक्षक ने किया था। जिसके बाद केस दर्ज कर इसे गिरफ्तार किया गया था। आरोपी शख्स का नाम शहरयार अली था जो कि फिरोजाबाद के एसआरके महाविद्यालय में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष थे। इसकी आयु 55 साल की थी। वहीं अब ये जेल के पीछे अपनी सजा काट रहा है।

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