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पहाड़ी गायक के विवाह से खत्म हो गई दो गांवों की दुश्मनी, 200 साल से था एक दूसरे से बैर 

हिमाचल प्रदेश के दो गांवों के बीच 200 साल से दुश्मनी चली आ रही थी। जिसके कारण दोनों गांवों के लोग एक दूसरे से कोई नाता नहीं रखते थे। ये दुश्मनी इतनी गहरी थी कि ये लोग एक दूसरे का मुंह तक देखना पसंद नहीं करते थे। हालांकि इस पुराने बैर को पहाड़ी गायक चिराग ने पूरी तरह से खत्म कर दिया है। इन्होंने अपने विरोधी गांव की लड़की से शादी कर सदियों के बैर को मिनटों में समाप्त कर दिया।

ये गांव हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला जिले के रोहड़ू में हैं और इनका नाम करासा और नावर खलावन है। पहाड़ी गीत गाने वाले चिराग ज्योति मजटा करासा गांव से नाता रखते हैं और यहां पर इनका पैत्रिक घर है। जबकि इनकी पत्नी विदुषी रोहडू नावर के खलावन से संबंध रखती हैं।

करासा और नावर खलावन गांव के बीच 200 साल से चली आ रही दुश्मनी के कारण इन गांव के लोग एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं रखते थे। लेकिन 22 जुलाई को चिराग ज्योति मजटा ने अपनी दोस्त विदुषी सुंटा के साथ विवाह कर इस दुश्मनी को खत्म कर दिया।इनकी शादी से इलाके के लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि दोनों गांवों के बीच रिश्ते अच्छे हो जाएंगे और सदियों से चला आ रहा मनमुटाव खत्म हो जाएगा।

इस वजह से है दुश्मनी

लोगों का कहना है कि रोहड़ू के इन गांवों में एक खूनी संघर्ष हुआ था। जिसके कारण ये गांव एक दूसरे के दुश्मन बन गए। इतिहास के अनुसार इन दोनों गांव पर 200 साल पहले राजाओं का राज हुआ करता था। इन दोनों राजाओं की एक दूसरे से नहीं बनती थी। ऐसे में इनके बीच युद्ध हुआ। जिसमें दोनों गांव के काफी सारे लोगों की जान चले गई। इस खूनी संघर्ष को आज भी गांव के लोगों ने याद रखा है और इन गांवों में आपसी संबंध नहीं हैं। आजादी के बाद भी दोनों गांवों के रिश्ते बहाल नहीं हुए। लेकिन चिराग और विदुषी के विवाह ने सारी दुश्मनी खत्म हो गई।

आपको बता दें कि चिराग हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं और विदुषी बंगलूरू और चंडीगढ़ की नामी कंपनियों में एचआर एक्जीक्यूटिव रह चुकी हैं। बीते पांच सालों से दोनों एक-दूसरे के दोस्त रहे हैं। कुछ सालों तक डेट करने के बाद इन्होंने विवाह कर लिया। इन दोनों ने हिमाचली रीति-रिवाज से शादी की है। चिराग के गाए जोउटा बढ़ाल, दूंदी और राजा भगत चंद जैसे गीत खासे लोकप्रिय हुए हैं।

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