अध्यात्म

कामशास्त्र: यदि आपकी बीवी में हैं ये गुण तो दुनिया में आप से भाग्यशाली कोई नहीं है

‘कामसूत्र’ ये नाम सुनते ही हर किसी के कान खड़े हो जाते हैं। मन में गंदे विचार आने लगते हैं। लेकिन आपको जान हैरानी होगी कि इस महर्षि वात्स्यायन द्वारा लिखी गई पुस्तक कामशास्त्र में कामशास्त्र से संबंधित ज्ञान के अलावा महिला के गुणों के बारे में भी बताया गया है।  कामसूत्र में इस बात का उल्लेख भी देखने को मिलता है कि कैसे लक्षण वाले स्त्री या पुरुष अच्छे जीवनसाथी बनते हैं।

इसमें ये भी बताया गया है कि विवाह के पूर्ण आपको सामने वालों के किन लक्षणों को देखना चाहिए। जिन स्त्रियों में ये गुण होने हैं वह विवाह के बाद पति के लिए भाग्यशाली होती है।

1. वैसे तो आज के समय में जात पात और ओहदे को लोग अधिक महत्व नहीं देते हैं, लेकिन कामसूत्र में पुरुषों को सलाह दी गई है कि उन्हें ऐसी महिला से शादी नहीं करनी चाहिए जिसका उनसे कम या नीचे ओहदे या जाति से हो। बल्कि उन्हें अपने परिवार के बराबरी वाली स्त्री से ही विवाह करना चाहिए। ऐसी स्त्री जिसके परिवार की समाज में पहचान और मान सम्मान हो।

2. कामसूत्र के अनुसार हमे ऐसी स्त्री से विवाह करना चाहिए जिसे सामाजिक हालातों और दुनियादारी का ज्ञान हो। वह स्त्री भले कामकाजी न हो लेकिन यदि उसके पास इन चीजों का ज्ञान होगा तो वह आपके परिवार की उन्नति में सहायक होगी।

3. जो स्त्री अपने से बड़े और छोटों दोनों का मान सम्मान करती है, अपने से नीचे और ऊंचे दोनों ही ओहदे के लोगों को इज्जत देती है, वह स्त्री विवाह के लिए उत्तम होती है। विवाह करने वाली स्त्री का व्यवहार बहुत मायने रखता है। इसलिए कामसूत्र की माने तो हमे अच्छे बर्ताव वाली महिला से ही शादी करनी चाहिए।

4. धर्म, भारतीय संस्कृति और परंपराओं का पालन करने वाली स्त्रियाँ विवाह के लिए शुभ मानी जाति है। ऐसी महिलाएं अपने पति के लिए सौभाग्य लेकर आती है। वे सामाजिक जिम्मेदारियों बखूबी निभाती हैं।

5. जिस स्त्री की वाणी यानि आवाज मधुर और मीठी होती है वह देवी सरस्वती का रूप मानी जाती है। उसके घर आने से हर किसी का भाग्य खुल जाता है। वह अपने पति की खुशी के लिए सबकुछ करने को तैयार रहती है। ये सौभाग्यशाली स्त्री कहलाती है।

6. कामसूत्र के अनुसार हमे उस स्त्री से शादी करना चाहिए जो व्यावहारिक होती है। जो अपने रिश्तेदारों से अच्छा बर्ताव करती है। इस तरह की स्त्रियाँ भविष्य में अपने बच्चों की परवरिश सही ढंग से करती है।

7. जो स्त्री मर्यादा में रहकर अपना प्रेम जताती है और संभोग के दौरान पति का साथ देती है वह विवाह के लिए उत्तम महिला मानी जाति है।

8. जिस स्त्री के अंदर अहंकार नहीं होता, जो सबके साथ मिलजुलकर रहती है, सभी की भावनाओं का सम्मान करती है वह स्त्री विवाह के लिए अतिउत्तम मानी जाती है।

9. कामसूत्र की माने तो आपको ऐसी स्त्री से विवाह करना चाहिए जो भूखे और असहाय लोगों को भोजन खिलाने की क्षमता रखती हो। ऐसी स्त्रियाँ दूसरों के साथ साथ आपने घर परिवार का भी अच्छे से ख्याल रखती हैं।

ये सभी गुण हर स्त्री के अंदर मिलना बहुत कठिन है, लेकिन यदि आपको इनमें से एक या उससे अधिक गुण वाली स्त्री भी मिल जाए तो आप उससे विवाह कर सकते हैं।

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