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शादी में चंद जेवरात मिलने पर दुल्हन को आ गया गुस्सा, सात फेरे लेने से कर दिया मना

उत्तर प्रदेश में दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे और उसके पिता को बंधी बना लिया और शादी को तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार शादी के दौरान ही दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस होने लगी। जिसके कारण लड़की वालों ने रिश्ता तोड़ते हुए दूल्हे और उसके पिता को पकड़ लिया। जबकि बरात में आए अन्य लोगों को खाना खिलाकर वापस भेज दिया।

बताया जा रहा है कि फतेहपुर जिले के बिंदकी में विवाह से पहले दुल्हन के लिए लाए गए कम जेवरों को देखकर लड़की पक्ष को गुस्सा आ गया। इन्होंने दूल्हे व उसके पिता से कम गहने देने की शिकायत की। इस बात पर दूल्हा और उसके पिता को गुस्सा आ गया और दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हो गई। मामला न सुलझने पर लड़की के पति ने शादी करवाने से इंकार कर दिया और लड़के वालों से शादी पर आए खर्च को भरने को कहा। हालांकि लड़के वालों ने शादी पर हुआ खर्चा देने से मना कर दिया। इस बात से नाराज होकर दुल्हन वालों ने इन्हें बंधी बना लिया गया और कहा कि शादी पर आए 8 लाख देने के बाद ही वो उन्हें वापस घर जाने देंगे।

Dulhan

सात फेरे की हो रही थी तैयारी

बिंदकी कोतवाली क्षेत्र की एक युवती की शनिवार को शादी थी। लड़की की बरात गाजीपुर थाना क्षेत्र से आई थी। बरात धूमधाम से दुल्हन के घर पहुंची और बरातियों का स्वागत अच्छे से किया गया। बरात आने के कुछ ही देर बाद जयमाला का कार्यक्रम भी किया गया। जयमाला तक सब कुछ सही चल रहा था। वहीं जैसे ही मंडप के नीचे देर रात दुल्हन के लिए लाए गए जेवरों के साथ दूल्हे के परिजन पहुंचे तो मामला बिगड़ गया।

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कन्या पक्ष के लोगों के अनुसार उनकी बेटी को जेवर कम दिए गए। इस बात को लेकर तीखी बहस हुई। जिसके बाद शादी के सारे कार्यक्रम रुक दिए गए। बरातियों को खाना खाकर घर जाने को कहा। जिसके बाद धीरे-धीरे कर सब बराती अपने घर के लिए निकल गए। हालांकि जैसे दूल्हा व उसके पिता जाने लगे तो लड़की पक्ष ने उन्हें बैठा लिया और जाने नहीं दिए। इनसे कहा गया कि कोई जरूरी बात करनी है। इसलिए वो नहीं जा सकते हैं।

शादी में आए सब लोग जैसे ही चले गए। तो लड़की पक्ष ने शादी में हुए खर्च का हिसाब दूल्हे के पिता से करने को कहा। लेकिन दूल्हे ने पैसे देने से मना कर दिया। जिसके कारण आठ घंटे तक पिता व पुत्रों को बैठाए रखा गया। इस बीच विवाद हुआ और रिश्तेदारों ने पंचायत भी लगाई। पंचायत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद लड़के वालों से पैसे वापस करने को कहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए लड़के वाले पैसे वापस करने को राजी हो गए।

लड़के पक्ष की ओर से 15 दिन का समय मांगा गया है और इन्होंने हिसाब करने का वादा किया है। जिसके बाद इन्हें वापस जाने दिया गया। हालांकि किसी भी पक्ष की ओर से अभी तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं की गई है। इलाके के इंस्पेक्टर बिंदकी रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि प्रकरण की जानकारी नहीं है।

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