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यूट्यूब से सीखकर छाप दिए 2 लाख निकली नोट, मगर इस गलती के कारण चढ़ें पुलिस के हत्थे

दो दोस्तों ने पैसे कमाने के लिए एक अनोखा रास्ता खोजा और नकली नोट छापने का काम शुरू कर दिया। नकली नोट छापने के बाद इन्होंने कई लोगों से ठगी भी की। हालांकि वक्त रहते ही पुलिस को इनकी करतूत का पता चल गया और पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। इनपर केस दर्ज कर अब कार्रवाई की जा रही है। ये मामला महाराष्ट्र के नागपुर शहर का है।

पुलिस के अनुसार यहां पर एक गिरोह द्वारा कई दिनों से नकली नोट छापे जा रहे थे। ये गिरोह इन नोटों को मार्केट में सर्कुलेट भी कर रहा था और नकली नोट की मदद से शॉपिंग भी कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने अभी तक की जांच में पाया है कि ये लोग घर पर ही नकली नोटों को छापने का काम करते थे। उसके बाद ये नोट बाजार में सर्कुलेट करते थे। नागपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम के अनुसार उन्होंने रविवार को इन आरोपियों को पकड़ा है।

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इस मामले के बारे में अधिक जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दो लोगों में एक हिस्ट्री शीट नीलेश कदबे है। नीलेश कदबे की उम्र महज चौबीस साल की है। पुलिस ने इनके घर में छापेमारी कर वहां से नकली नोट भी बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार एक आरोपी के घर से सौ-सौ रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं।

छानबीन में पुलिस ने पाया कि ये लोग अब तक दो लाख से अधिक नकली नोट बाजार में पहुंचा चुके हैं। ये लोग नकली नोट को छापने के बाद उन्हें मार्केट में सर्कुलेट करने का काम करते थे। पुलिस को इस चीज की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने इनको पकड़ लिया। पुलिस ने सूचना के आधार पर एकता नगर में स्थित नीलेश कदबे के घर पर रविवार को छापा मारा। जहां से पुलिस को एक कंप्यूटर, दो प्रिंटर और सौ-सौ रुपये के नकली नोट मिले थे।

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यूट्यूब से सीखा नकली नोट छापना

पूछताछ में पुलिस को पता चला कि इन दोनों ने यूट्यूब से नकली नोट छापना सीखा है। ये लोग छोटे नोट ही छापते थे। वहीं नोट छापने के बाद ये लोग इनसे शॉपिंग किया करते थे। इन्होंने दो लाख के नकली नोटों से काफी सारी खरीददारी की थी। पुलिस के मुताबकि नीलेश ने दारु, खाना और इलेक्ट्रॉनिक का सामान नकली नोटों से खरीदा था।

इस वजह से छापे छोटे नोट

ये दोनों आरोपी बेहद ही शातिर थे। इसलिए यूट्यूब से नकली नोट छापने की प्रक्रिया जानने के बाद इन दोनों ने बड़े नोटों की जगह छोटे नोट छापना ज्यादा बेहतर समझा। इनको लगा की अगर ये बड़े नोट छापते हैं, तो फंस सकते हैं। इसलिए इन दोनों ने सौ-सौ और पचास-पचास रुपये के नकली नोट छापने शुरू कर दिए।

बाजार में आसानी से नकली नोट चलने पर इन्होंने तेजी से ओर पैसे छापना शुरू कर दिया। इस तरह से बाजार में 2 लाख नकली नोट सेकुर्लेट किए गए। नागपुर पुलिस ने फिलहाल इन दोनों को अरेस्ट कर लिया है और इनके खिलाफ केस दर्ज आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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