राजनीति

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, अयोध्या में बनकर रहेगा राम मंदिर, इसके लिए विधेयक ला सकती है सरकार!

भारत के हिन्दुओं को इस सरकार से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। हिन्दू धर्म के आस्था का प्रतीक कहे जाने वाले भगवान राम का मंदिर अयोध्या में बनेगा या नहीं, इसके बारे में सभी को चिंता है। 2014 में जब केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी तभी से लोगों की उम्मीदें बढ़ गयीं कि अब तो राम मंदिर बनकर ही रहेगा। बीजेपी हर समय यह बात भी करती है कि कुछ भी हो जाए राम मंदिर बनकर रहेगा।

 

बीजेपी के लिए राम मंदिर का मामला बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। उम्मीद तब और बढ़ गयी जब यूपी में भी बीजेपी की सरकार बन गयी। तब तो यह पक्का हो गया कि चाहे कुछ भी हो जाए, इस बार राम मंदिर बनकर ही रहेगा। योगी जी ने यूपी की सत्ता संभाली कि राम मंदिर निर्माण का मामला और तेजी से मीडिया में उछाला जाने लगा।

लोग जानना चाहते हैं, कब बनेगा राम मंदिर?

हालांकि अभी तक किसी भी नेता ने यह खुलकर नहीं कहा है कि राम मंदिर का निर्माण कब होगा। अप्रत्यक्ष रूप से कई लोग यह कह चुके हैं कि राम मंदिर तो बनकर रहेगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि राम मंदिर तो बनेगा, लेकिन कब? जनता जानना चाहती है कि इस मामले को सरकार कब निपटाने वाली है। लोगों को अब सब्र नहीं हो रहा है। वह अयोध्या में अपने प्रिय भगवान राम का मंदिर जल्द से जल्द देखना चाहते हैं।

मंदिर निर्माण के लिए ला सकती है विधेयक:

ऐसे में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगले साल राज्यसभा में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार विधेयक ला सकती है। एक कार्यक्रम के दौरान सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जब कांग्रेस शाह बानो मामले में उच्चतम न्यायलय का फैसला बदलने के लिए विधेयक ला सकती है तो इस बार मोदी सरकार भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक ला सकती है।

राज्यसभा में नहीं है राजग का बहुमत:

स्वामी ने उच्चतम न्यायलय में शाह बानो की तरफ से गुजारा भत्ते के लिए दायर मुकदमे का हवाला दिया। राज्यसभा में फिलहाल राजग के पास बहुमत नहीं है। लेकिन धीरे-धीरे अन्य राज्य विधानसभाओं में उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे देखकर ऐसा लगता है कि जल्द ही राजग को ऊपरी सदन में पूर्ण बहुमत मिल जायेगा। उच्चतम न्यायालय से अपने पक्ष में फैसला आने की आशा जताते हुए स्वामी ने कहा कि वह अदालत में हर रोज फैसले की सुनवाई की मांग करते रहेंगे।

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