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पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने संसद में कश्मीर और इजराइल को लेकर किया ये ऐलान, जानिए मामला

जब भारत, पाकिस्तान समेत कई देश कोरोना से जूझ रहे इसी बीच फिलिस्तीन और इजराइल के बीच युद्ध का माहौल निर्मित हो गया है। दोनों तरफ़ से गोले-बारूद छोड़े जा रहें हैं। इसी बीच फिलिस्तीनियों पर हवाई हमले को लेकर तुर्की के बाद अब पाकिस्तान वो दूसरा देश है जो इजराइल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लामबंद करने में जुट गया है। भले ही पाकिस्तान की अपनी आर्थिक और सामाजिक हालत खस्ताहाल है, लेकिन इस्लाम धर्म की ख़ातिर वह फिलिस्तीन का पक्ष लेने के लिए तत्पर दिख रहा।

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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी संयुक्त राष्ट्र संघ की आमसभा में इजराइल द्वारा फिलिस्तीनियों पर हवाई हमले का मुद्दा उठाने की तैयारी कर रहें हैं। जिसके लिए वह तुर्की रवाना हो रहे हैं। तुर्की में वह फिलिस्तीन और सूडान के विदेश मंत्रियों से भी मिलेंगे। इससे पहले, उन्होंने सऊदी अरब के विदेश मंत्री से बात करके फिलिस्तीन के साथ खड़े होने का ऐलान किया था।

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गौरतलब हो कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस बीच अपने देशवासियों से भी एक अपील की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संसद की कार्यवाही के दौरान ही पाकिस्तानियों से इजरायल का पुरजोर विरोध करने की बात कही। कुरैशी ने फिलिस्तीनियों पर इजरायल के हवाई हमले के खिलाफ जुमे के दिन शुक्रवार को पूरे पाकिस्तान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आह्वान भी किया है। वहीं नेशनल असंबेली में इजराइल के अत्याचारों पर चर्चा समाप्त करते हुए कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान प्रस्ताव पर सहमत हैं और उनकी रजामंदी के बाद ही वह इसका ऐलान कर रहे हैं। इजराइल के खिलाफ लामबंदी के लिए तुर्की रवाना होने से पहले कुरैशी ने यह ऐलान किया।

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पाकिस्तान के मुख्य अख़बार डॉन के मुताबिक, “विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान और तुर्की ने फिलिस्तीनी लोगों पर हमलों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में जाने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि वह सत्र के बाद तुर्की के लिए रवाना होंगे जहां वह फिलिस्तीनी और सूडानी विदेश मंत्रियों से भी मिलेंगे।

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इसके अलावा जानकारी के लिए बता दें कि नेशनल असेंबली में फिलिस्तीन पर बात करते हुए कुरैशी कश्मीर के मुद्दे पर भी बात रखने में पीछे नहीं रहें। उन्होंने नेशनल एसेंबली को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार फिलिस्तीन और कश्मीर के मुद्दे को कभी नजरअंदाज नहीं करेगी। कुरैशी ने कहा कि, “बेशक रास्ता कठिन है, दुनिया दोमुंही है लेकिन सच्चाई का पलड़ा हमेशा भारी रहता है।” इतने तक ही शाह कुरैशी नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान का साफ मानना है कि इजराइल, जो गाजा में लोगों पर अत्याचार करने पर तुला हुआ है, की तुलना फिलिस्तीनियों से नहीं की जानी चाहिए जो बर्बरता झेल रहे हैं। आज मुस्लिम एकता की परीक्षा है। मानवाधिकार संगठनों को दोहरे मापदंड खत्म करने चाहिए और फिलिस्तीनियों के साथ खड़ा होना चाहिए।

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही जिस पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दू सुरक्षित नहीं। कभी उसके लिए पाकिस्तान की सरकार मानवाधिकार की बात क्यों नहीं करती। कभी पाकिस्तान में हिंदुओं की स्थिति को लेकर भी कुरैशी संयुक्त राष्ट्र चाहिए। तो माने आप मुद्दे की बात करते। क्या आपके लिए सिर्फ़ इस्लाम में ही मनुष्यता दिखती है? बाकियों की बात कभी क्यों नहीं करते।

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