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केजरीवाल जी, मार्च 2020 से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं। सिंगापुर के साथ एयर बबल भी नहीं है

कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक बयान दिया था। जिसमें इन्होंने सिंगापुर में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर चिंता जताई थी और भारत सरकार से तुरंत सिंगापुर से आने वाली उड़ानों को रद्द करने को कहा था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा था कि सिंगापुर स्ट्रेन भारत में तीसरी लहर का कारण बन सकता है। ये स्ट्रेन बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है। केंद्र सरकार को सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द कर देनी चाहिए।

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर सिंगापुर सरकार ने आपत्ति जताई है। साथ में ही देश के नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी की प्रतिक्रिया भी इसपर आई है। इन्होंने केजरीवाल को जवाब देते हुए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मार्च 2020 से ही बंद हैं और सिंगापुर के साथ एयर बबल भी नहीं है हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ”केजरीवाल जी, मार्च 2020 से ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं। सिंगापुर के साथ एयर बबल भी नहीं है। बस कुछ वन्दे भारत उड़ानों से हम वहां फंसे भारतीय लोगों को वापस लाते हैं। ये हमारे अपने ही लोग हैं। फिर भी स्थिति पर हमारी नजर है। सभी सावधानियां बरती जा रही हैं।’

सिंगापुर ने जताई केजरीवाल के बयान पर आपत्ति

केजरीवाल द्वारा दिए गए बयान पर सिंगापुर द्वारा कड़ी आपत्ति जताई गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि ‘सिंगापुर वेरियंट’ वाले दिल्ली सीएम के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराने के लिए सिंगापुर सरकार ने आज हमारे उच्चायुक्त को बुलाया था। उच्चायुक्त ने यह स्पष्ट किया कि दिल्ली सीएम के पास कोविड वेरियंट या सिविल एविएशन पॉलिसी पर कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है।’

क्या है सिंगापुर वैरिएंट

सिंगापुर में कोरोना के नए वैरिएंट ने परेशान खड़ी कर दी है। सिंगापुर सरकार का कहना है कि कोरोना का B.1.167 वैरिएंट बच्चों में ज्यादा असर डाल रहा है। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा है कि बच्चे कोरोना के नए वेरिएंट B.1.617 के ज्यादा शिकार हो रहे हैं। कोरोना का ये वेरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है।

एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में इन्होंने कहा कि B.1.617 बच्‍चों को ज्‍यादा प्रभावित करता दिख रहा है। ये स्‍ट्रेन सबसे पहले भारत में पाया गया था। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ‘इनमें से कुछ म्‍यूटेशंस ज्‍यादा संक्रामक हैं और वे छोटी उम्र के बच्‍चों पर हमला कर रहे हैं। ये हम सबके लिए चिंता की बात है। हालांकि उन्‍होंने यह जरूर कहा कि जितने बच्‍चे संक्रमित हुए हैं, उनमें से किसी की हालत गंभीर नहीं है।

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WHO भी जाहिर कर चुका है चिंता

कोविड-19 के B.1.617 वेरिएंट पर विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने भी चिंता जताई थी और इसे ‘चिंता वाला वेरिएंट’ घोषित किया था। WHO के अनुसार, ये बाकी वेरिएंट्स से ज्‍यादा संक्रामक है। ये वेरिएंट पिछले साल अक्‍टूबर में महाराष्‍ट्र के सैम्‍पल्‍स में सामने आया था। तब इसे ‘डबल म्‍यूटंट’ कहा गया था। पिछले हफ्ते अपनी रिपोर्ट में WHO ने कहा था कि B.1.617 अपने तीन सब-लीनिएज (B.1.617.1, B.1.617.2, B.1.617.3) के साथ कम से कम 44 देशों में फैल चुका है।

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