स्वास्थ्य

तेल मालिश के अनेकोनेक फ़ायदे, फ़िर मालिश को लेकर युवा पीढ़ी में संकोच क्यों

तेल मालिश के क्या है फायदे?

आज का दौर मॉर्डन दिखने का है। युवाओं में ख़ासकर यह क्रेज़ अधिक देखा जाता कि वह कैसे बेहतर दिखें। युवा और युवतियां अपने लुक को लेकर काफ़ी संवेदनशील रहते हैं। ऐसे में वो कई बार अपने स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ कर बैठते हैं। वर्तमान दौर में हड्डियां कमज़ोर होना और दिमाग़ कमजोर होना टीनएजर्स में आम बात है। दिमाग़ कमज़ोर होना, हड्डियां कमजोर होना आदि स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं लेकिन एक कारण तेल मालिश से दूरी होना भी समस्या का अहम कारण है। आज के युवाओं को ही देखिए वह बालों में तेल लगाने से घबराते हैं। आज के युवा बालों में जेल वग़ैरह लगा सकते हैं, लेकिन अमूमन युवा बालों में तेल नहीं लगाते। हमने बड़ो से ही नहीं विशेषज्ञों से भी सुना है कि तेल मालिश के अनेकोनेक फ़ायदे होते, लेकिन हमारी युवा पीढ़ी उसके महत्व को नहीं समझती। तो आइए इस आलेख में क्यों न हम तेल मालिश के फ़ायदों के बारे में जानें और उसका लाभ लें।

तेल मालिश के फायदे

 

विशेषज्ञों की राय के मुताबिक त्वचा में आई खुश्की तेल मालिश से दूर होती है। मालिश से त्वचा की मृत कोशिकाएं साफ़ होती है और साथ ही साथ त्वचा को जरुरी पोषक तत्व मिलते हैं जिससे त्वचा चमकदार बनती है। इतना ही नहीं तेल की मालिश से शरीर मे रक्त प्रवाह बेहतर होता है। शरीर की नसों को मजबूती मिलती है। मांसपेशियों की कमजोरी भी दूर होती है। त्वचा पर निकलने वाले कील-मुंहासे रोज़ाना तेल मालिश से निकलना बंद हो जाते हैं।


तेल मालिश के अन्य फ़ायदों की बात करें तो मालिश से त्वचा के नीचे जमे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, जिससे त्वचा नर्म और मुलायम बन जाती है। इतना ही नहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो तेल मालिश से शरीर की थकान दूर होती है। औषधीय तेलों के इस्तेमाल से हड्डियां मजबूत होती हैं। साथ ही साथ गठिया, हड्डियों का टेढ़ा मेढा होना, दिमाग़ की कमजोरी आदि व्याधियां दूर होती हैं। यह तो रही तेल मालिश के फ़ायदे की बात। अब गर्मी का मौसम चल रहा, ऐसे में कौन सा तेल मौसम के लिहाज़ से अच्छा हो सकता करते हैं उसकी बात।

गर्मी के मौसम में नारियल तेल या गाय के घी का इस्तेमाल करें

मालिश के लिए अलग-अलग तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। अलग-अलग तेल से मालिश के अलग-अलग लाभ होते हैं। हालांकि, अगर गर्मी के मौसम में मालिश की बात करें तो अगर नारियल के तेल या फ़िर गाय के घी का इस्तेमाल किया जाएं तो बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते। वही सर्दी के मौसम की बात हो तो इस दौरान तेल मालिश की महत्वा ओर बढ़ जाती है। इस दौरान सुबह के समय धूप निकलने के बाद मालिश करानी चाहिए। सर्दियों में मालिश के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल करें, क्योंकि तिल के तेल से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। साथ ही यह त्रिरोग यानी वात, पित्त और कफ से मुक्ति भी प्रदान करता है।

तेल मालिश का सटीक तरीका

सबसे पहले सिर की मालिश करनी चाहिए। ध्यान रहें कि मालिश हल्के-हल्के हाथों से करें। सिर के साथ ही चेहरे की भी मालिश करें। इसके बाद हल्के हाथों से गर्दन पर भी मालिश करें। गर्दन के बाद कंधों पर गोल-गोल तरीक़े से मालिश करें। फिर हाथ की उंगलियों की दिशा में मालिश करें। कोहनियों और कलाइयों पर भी गोल-गोल मसाज करें।

इसके बाद शरीर के आगे के हिस्सों की मालिश कर सकते। यहां ज्यादा जोर से मालिश न करें। आगे के हिस्से में महत्वपूर्ण अंग जैसे दिल, फेफड़े वग़ैरह होते। इसलिए आगे की ओर ज़्यादा देर तक मसाज नहीं करनी चाहिए। कमर पर नीचे से ऊपर की ओर मालिश को बेहतर तरीका माना जाता है।

ऐसे में अगर आयुर्वेद और नैचरोपथी में भी मालिश को बेहद अहम माना गया है। साथ ही कहा गया है कि इससे तन-मन को नई ताजगी मिलती है। फ़िर मालिश से दूर क्यों भागना? केवल बाल अच्छे दिखें और उसकी स्टाइल न बिगड़े इसके लिए तेल मालिश से बचना समझदारी नहीं। रोज़ न सही सप्ताह में एक दो दिन आम व्यक्तियों को अपने स्वास्थ्य को लेकर तेल मालिश अवश्य करना चाहिए।

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