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उड़ीसा सरकार ने कोरोना डोज का किया सही से इस्तेमाल, जितनी वैक्सीन मिली उससे ज्यादा को लगाई

उड़ीसा की नवीन पटनायक सरकार ने कोरोना वैक्सीन की एक-एक बूंद का अच्छे से इस्तेमाल किया है। इस राज्य में केंद्र सरकार द्वारा दी गई कोरोना डोज की तुलना में अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी और बताया कि केंद्र सरकार द्वारा उड़ीसा राज्य को दी गई कोरोना वैक्सीन का अच्छे से प्रयोग किया गया है और जितनी कोरोना वैक्सीन की डोज मिलीं थी। उससे ज्यादा आबादी को ये लगाई गई है।

उड़ीसा सरकार के अनुसार केंद्र सरकार ने उन्हें 61, 44, 140 कोरोना की डोज दी थी। इन डोजों का सही से प्रयोग करते हुए, जीरो वेस्टेज के साथ 62,79,311 लोगों को ये लगाई गई है। जिन लोगों को ये डोज लगाई गई है। उनकी आयु  45 व इससे अधिक है।

इस तरह से नहीं होने दी डोज बर्बाद

वैक्सीन की प्रत्येक 5 मिली की वायल में कुल 10 डोज होती हैं। लेकिन एक कुशल नर्स एक वायल से 10 से अधिक लोगों को ये वैक्सीन लगा सकती है। इसमें 0.58 से 0.62 मिली ओवरफिल होता है। वायल में एक्स्ट्रा वैक्सीन भरना एक कॉमन प्रैक्टिस है जिसे ओवरफिल कहा जाता है। यह स्वास्थ्य कर्मियों को लोगों को सही मात्रा में खुराक देने में मदद करता है। यानी सही से अगर इसका इस्तेमाल किया जाता है। तो 5 मिली वायल से 10 की जगह 11 या 13 लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है।

उड़ीसा की तरह ही केरल ने भी डोज की एक-एक बूंद का सही से प्रयोग किया है। 1 मई को केंद्रीय सरकार के कोविड वैक्सीन के डेटा के अनुसार, केरल और आंध्र प्रदेश देश के दो ऐसे राज्य हैं। जहां कुल मिली वैक्सीन डोज से अधिक खुराक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

केरल में वैक्सीन स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन और इस्तेमाल के प्रोटोकॉल का अच्छे से पालन करते हुए जीरो वैक्सीन वेस्टेज की गई है।  केरल की नर्सों ने वैक्सीन की प्रत्येक वायल की आखिरी बूंद का सही से प्रयोग किया है। केरल सरकार के अनुसार उन्हें केंद्र की ओर से 73,38,806 वैक्सीन की डोज मिली थी। इनका इस्तेमाल करते हुए 74,26,164 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 87,358 अतिरिक्त वैक्सीन डोज का इस्तेमाल कर वैक्सीन वेस्टेज को शून्य किया गया है दिया। राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के अनुसार ‘हमने हर वायल में वेस्टेज के हिसाब से मिली, अतिरिक्त डोज का भी इस्तेमाल किया। हमारे स्वास्थ्यकर्मी, खासकर नर्स पूरी तरह कुशल हैं और बधाई के पात्र हैं।


जिस तरह से कोरोना डोज का सही से इस्तेमाल किया गया है। उसकी तारीफ पीएम मोदी ने भी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीन वेस्टेज को कम से कम रखने पर स्वास्थ्यकर्मियों को सराहाया है और अन्य राज्य को भी ऐसा करने को कहा गया है। दरअसल कई राज्यों में कोरोना की दवाई को बर्बाद किया जा रहा है। सरकार के डेटा के अनुसार, देश में अब तक करीब 3 लाख डोज बर्बाद हो चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, तमिलनाडु, असम, मणिपुर और हरियाणा में सबसे अधिक वैक्सीन बर्बाद हुई है।

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