अध्यात्म

सुहागरात से पहले जरूर कर लें ये काम, इनकी अनदेखी करना पड़ सकता है दांपत्य जीवन पर भारी

सुहागरात से पहले कुछ ऐसे कार्य होते हैं। जिनका करना बेहद ही जरूरी होता है। सुहागरात के दिन दूल्हा-दुल्हन अगर इन कार्यों को नहीं करते हैं। तो उनके जीवन में सुखों की कमी आ जाती है। इसलिए आप सुहागरात से पहले नीचे बताए गए कार्यों को जरूर करें। इन कार्यों को अगर किया जाता है, तो दूल्हा-दुल्हन का जीवन सुखों से व्यतीत होता है।

कुल देवी और देवता की पूजा

सुहागरात से पहले अपने कुल के देवी-देवता की पूजा जरूर करनी चाहिए। इनकी पूजा करते हुए इनसे आशीर्वाद लिया जाता है कि आपका नया जीवन अच्छे से गुजरे और वंश भी आगे बढ़े। मान्यता है कि ईश्वर से वंश को आगे बढ़ाने के लिए सुहागरात के दिन ये पूजा कि जाती है। ये पूजा करने से कुल आगे बढ़ता है।

पूर्वजों की पूजा

सुहागरात से पहले कई रस्में अदा की जाती हैं। जिनमें से एक रस्म पूर्वजों की पूजा करना भी है। मान्यता है कि पूर्वजों की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और संतान का सुख आसानी से मिल जाता है। पूर्वजों की पूजा किए बिना सुहागरात मनाने से संतान सुख में बाधा आती है। कई बार तो संतान प्राप्ति और वंश भी नहीं बढ़ पाता है। इसलिए सुहागरात के दिन अपने पूर्वजों का पूजन करना न भूलें।

पति को जरूर पिलाएं दूध

सुहागरात के दिन पति को दूध पिलाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। दरअसल ज्योतिषीय के अनुसार दूध को चन्द्र और शुक्र की वस्तु माना गया है। शुक्र प्रेम और वासना का कारक ग्रह है। ऐसे में पति को दूध देने से शादी में प्रेम बढ़ता है।

मुंह दिखाई

सुहागरात के समय पति की ओर से पत्नि को मुंह दिखाई भी दी जाती है। मान्यता है कि ये परंपरा राम जी ने शुरू की थी। राम जी ने सुहागरात के दौरान देवी सीता की मुंह दिखाई करते हुए उन्हें वचन दिया था कि वे एक पतिव्रत रहेंगे। इसी वचन के कारण भगवान राम ने दूसरी शादी नहीं की। इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि सुहागरात के दौरान जब पति अपनी पत्नी को तोहफा देता है। तो इसका अर्थ होता है कि वो इस योग्य है कि उसकी जरुरतों को पूरा कर सकता है।

बड़े बुजुर्गो का आशीर्वाद लेना

नया जीवन शुरू करने से पहले बड़े बुजुर्गो का आशीर्वाद भी लिया जाता है। ऐसा करने से वर-वधू को वैवाहिक जीवन की शुभ कामनाएं मिलती है और उनकी शादीशुदा जिंदगी अच्छे से कटती है।

Back to top button