अध्यात्म

मई महीने में इन ग्रहों का हो रहा है राशि परिवर्तन, 4 राशिवालों के ज़िन्दगी में हो सकता है उथल पुथल

समय-समय पर ग्रह राशि परिवर्तन करते रहते हैं और इस राशि परिवर्तन का असर मुनष्य के जीवन पर पड़ता है। अगले महीने कई सारे ग्रह अपनी चाल बदल रहे हैं और कई राशियों में गोचर कर रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य, बुध और शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन मई महीने में होने जा रहा है। जिसका असर कई राशियों पर देखने को मिलेगा। बुध और शुक्र मई महीने में दो बार अपनी राशियां बदलेंगे। जबकि सूर्य देव एक बार ही राशि परिवर्तन करेंगे।

बुध का वृष और मिथुन राशि में होगा गोचर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह 1 मई को मेष राशि से वृष राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में बुध 26 मई तक विराजमान रहने वाले हैं। बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, व्यापार आदि का कारक माना जाता है और वृष राशि में बुध के आने से इसका असर सभी राशियों पर पड़ने वाला है। वृष राशि के लिए ये गोचर कुछ मामलों में अच्छा साबित होगा। जबकि अन्य राशियों पर इसका असर मिलाजुला रहेगा।

26 तारीख को बुध देव एकबार फिर अपनी राशि बदलेंगे और वृष राशि से अपनी स्वराशि मिथुन में प्रवेश करेंगे। इस राशि में बुध देव 3 जून 2021 तक स्थित रहेंगे। इस बीच 30 मई 2021 को बुध ग्रह मिथुन राशि में ही वक्री हो जाएंगे।

बुध ग्रह के शुभ प्रभाव हेतु, हरे रंग की चीजों का दान करें और बुध ग्रह की कथा को पढ़ें। बुधवार को हरे रंग के वस्त्र धारण करें। ऐसा करने से बुध के गोचर का कोई भी बुरा प्रभाव आपके जीवन पर नहीं पड़ेगा।

शुक्र का वृष राशि व मिथुन राशि में गोचर

शुक्र का राशि परिवर्तन 4 मई को होगा और ये ग्रह मेष राशि से निकलकर अपनी स्वराशि वृष राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में शुक्र देव 29 मई तक रहने वाले हैं। शुक्र ग्रह को भौतिक सुखों का कारक माना गया है और इस गोचर का असर वृष राशि के जातकों के लिए सबसे उत्तम साबित होने वाला है और इन्हें जिंदगी से जुड़े तमाम सुख मिलने वाले हैं।

29 मई के बाद शुक्र ग्रह वृष राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में ये 22 जून 2021 तक रहने वाले हैं। मिथुन राशि में शुक्र देव के आने से सभी राशियों पर इसका असर देखने को मिलेगा। किसी पर शुभ, तो किसी पर अशुभ प्रभाव पड़ेगा। शुक्र देव वैभव, कला, सौंदर्य और कामुकता के कारक हैं। शुक्र ग्रह के कारण जीवन में कोई परेशानी न आए इसके लिए शुक्रवार को शिवलिंग की पूजा करें और शिवलिंग पर फूल अर्पित करें।

सूर्य का वृष राशि में गोचर

14 मई तक सूर्य देव मेष राशि में रहने वाले हैं और इसके बाद वृष राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके साथ ही बुध और सूर्य की एक साथ युति होगी। इस राशि में सूर्य देव 15 जून 2021 तक विराजमान रहेंगे। सूर्य देव आत्मा, मान सम्मान, उच्च पद आदि के कारक हैं। वृष राशि में सूर्य का गोचर दांपत्य जीवन को प्रभावित करेगा।

सूर्य ग्रह के बुरे प्रभाव से बचने के लिए रविवार को सूर्य देव की कथा पढ़ें और इन्हें अर्घ्य दें। ये उपाय करने से जीवन पर सूर्य ग्रह का नकारात्मक असर देखने को नहीं मिलेगा।

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