अध्यात्म

खाना बनाने से लेकर खाने तक इन गलतियों से बचें, दुर्भाग्य रहेगा दूर, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा

अक्सर देखा गया है कि हम अपना जीवन हंसी-खुशी व्यतीत करते हैं। परिवार के लोगों के साथ खुशहाल रहते हैं परंतु अचानक से ही जीवन में परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में कुछ भी समझ नहीं आता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? आपको बता दें कि हमारे जीवन में सुख-दुख से संबंधित सभी बातों का उल्लेख वास्तु शास्त्र में किया गया है।

जी हां, वास्तु शास्त्र में घर के हर हिस्से के बारे में जानकारी बताई गई है। सुखी और स्वस्थ रहने के लिए रोजमर्रा के जीवन में किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, इसके बारे में भी बताया गया है। अगर व्यक्ति वास्तु से जुड़े हुए नियमों का पालन करता है तो इससे बहुत सी परेशानियों से बच सकता है। वास्तु दोष की वजह से ही हमारे जीवन पर बुरा असर पड़ता है।

वास्तु शास्त्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि अगर खाना बनाने से लेकर खाना खाने तक, कुछ गलतियां होती हैं तो इसके कारण धन की देवी माता लक्ष्मी जी नाराज हो सकती हैं, जिसकी वजह से आपकी आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आखिर वास्तु शास्त्र के अनुसार किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, चलिए जानते हैं इसके बारे में….

भोजन करते समय नहीं करनी चाहिए यह गलतियां

1. वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमेशा पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके ही भोजन करना चाहिए क्योंकि पूर्व दिशा को देवताओं की दिशा बताया गया है और इस दिशा में मुंह करके भोजन करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके भोजन करने से स्वास्थ्य संबंधित बीमारियां नहीं होती है।

2. शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि हमेशा भोजन स्नान करने के पश्चात ही ग्रहण करना चाहिए। क्योंकि भोजन को अन्नपूर्णा माना जाता है। अगर व्यक्ति हाथ-पैर और मुंह धोकर भोजन करता है तो इससे उसकी आयु में वृद्धि होती है।

3. वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर किचन में काम करते वक्त जाने अनजाने में कोई बर्तन टूट गया या फिर कोई प्लेट या कटोरी टूटी हुई है तो ऐसे में उसको तुरंत ही बाहर निकाल कर फेंक दीजिए क्योंकि टूटे-फूटे बर्तनों में भोजन करने से जीवन में दुर्भाग्य आने की संभावना अधिक होती है।

4. वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को अपनी प्लेट में उतना ही भोजन लेना चाहिए जितना उसको भूख है। आप जरूरत से ज्यादा भोजन लेकर उसको बर्बाद मत कीजिए। अगर आप प्लेट में अधिक भोजन लेकर डस्टबिन में बेकार फेंकते हैं तो इसकी वजह से भोजन का अपमान होता है।

5. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप कभी भी गुस्से में आकर भोजन मत कीजिए और ना ही गुस्से में आकर भोजन छोड़ें क्योंकि इसकी वजह से माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं।

किचन से जुड़े हुए वास्तु का ध्यान रखें

  • उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में कभी भी किचन नहीं बनवाना चाहिए। आप अपने घर का किचन दक्षिण-पूर्व दिशा में बनवाएं। इस दिशा को आग्नेय कोण कहते हैं। अगर इस दिशा में किचन बनवाया जाए तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार खाना बनाने की शुभ दिशा पूर्व दिशा बताई गई है। आप अपना मुंह पूर्व दिशा की तरफ करके खाना बनाएं। इस दिशा में पका हुआ भोजन पूरे परिवार के लिए अच्छी सेहत और उस सौभाग्य लेकर आता है।
  • किचन का चूल्हा खाना बनाने के बाद गंदा नहीं छोड़ना चाहिए। सफाई का ध्यान रखना जरूरी है क्योंकि चूल्हा धन और समृद्धि का प्रतीक होता है।

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