अध्यात्म

पानी से दूर होगी जीवन की हर समस्या, अमीर भी बना देगा, बस करना होगा ये काम

पानी हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके बिना हम जीने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। शास्त्रों की माने तो इंसान का शरीर भी पांच तत्वों (वायु, अग्नि, पृथ्वी, जल और आकाश) से मिलकर बना है। इनमें पानी और वायु को सबसे अधिक अहम माना जाता है। जल के स्वामी वरुण देव हैं। जल का संबंध चंद्रमा और शुक्र ग्रहों से भी होता है। अतः सही तरीके से पानी का इस्तेमाल करने पर कुंडली में चंद्रमा और शुक्र मजबूत किया जा सकता है।

आपको जान हैरानी होगी कि कैसे मात्र एक ग्लास पानी और उससे जुड़े उपाय आपके जीवन की कई समस्याएं हल कर सकते हैं।

1. वैवाहिक जीवन में सुख लाए: दाम्पत्य जीवन में दोनों पार्टनर की आपस में नहीं बन रही हो या कोई और परेशानी हो तो ये उपाय करें। बारिश का पानी एक ग्लास या बोतल में भर लें। अब इस पानी को अपने बेडरूम में रख दें। इससे कमरे की सभी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएगी। यह पानी आपके वैवाहिक जीवन में सुख और प्रेम लाएगा।

2. धन की आवक बढ़ाए: यदि आप कमजोर आर्थिक स्थिति से गुजर रहे हैं तो घर में पेड़ पौधे लगाकर उसे नियमित रूप से पानी दें। इससे चंद्रमा मजबूत होगा और घर में लक्ष्मी सदैव बनी रहेगी। ये आपके घर धन की आवक भी बड़ा देगा। इससे पैसों का नुकसान भी नहीं होगा।

3. मानसिक परेशानी और तनाव दूर करे: यदि कोई व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा है तो उसके बेड के नीचे एक ग्लास पानी रख दें। अगली सुबह ये पानी टॉइलेट में बहा दें। मान्यताओं के अनुसार इस उपाय से व्यक्ति के मन से नेगेटिविटी निकल जाती है और वह पॉजिटिव सोचने लगता है।

4. नेगेटिव एनर्जी दूर रखे: यदि आपके घर अक्सर नकारात्मक ऊर्जा आती रहती है तो उत्तर पूर्व दिशा में गंगाजल रख दें। दरअसल उत्तर पूर्व दिशा अन्य सभी दिशाओं में सर्वोत्तम मानी जाती है। ज्योतिष शास्त्र भी इस दिशा को अधिक महत्व देता है। इसके अतिरिक्त आप घर के मुख्य द्वार पर एक बर्तन में शुद्ध जल भरकर भी रख सकते हैं। इससे नेगेटिव एनर्जी आपके घर प्रवेश नहीं कर पाएगी। इससे घर में पॉजिटिव माहौल बना रहेगा।

एक बात का और ध्यान रखें कि पानी की व्यर्थ बर्बादी कभी न करें। ऐसा करने से घर की आर्थिक स्थिति कमजोर पड़ने लगती है। इसके अलावा कई मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। यदि आप इस स्थिति में कभी फंस जाएं तो घर के पूजा स्थल में लोटा या कलश में पानी रख पूजा पाठ करना शुरू कर दें।

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