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एक दो नहीं बल्कि पांच हजार ऑडिशन देने के बाद महाभारत को दुर्योधन मिला था, दिलचस्प है किस्सा

महाभारत भारत का एक ऐसा हिस्सा जिसके बिना भारत भी अधूरा है. महाभारत को किताबों से सबसे पहले टीवी पर दूरदर्शन लेकर आया था. दूरदर्शन पर इस शो ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. आज उस महाभारत को बने हुए कई वर्ष हो चुके है. बावजूद इसके उस महाभारत की चमक बरकरार है. महाभारत जिस समय पहली बार टीवी पर आया उस समय हर कोई टीवी से लगा रहता था. इस शो की टाइमिंग के वक़्त सभी लोग अपने काम खत्म कर टीवी के सामने बैठ जाया करते थे.

दूरदर्शन पर आने वाले हर शो की अपनी एक अलग कहानी थी. उसके दीवाने भी ख़ास थे. चाहे आप मोगली की बात करे ले, विक्रम बेताल की या फिर संस्कृति व पौराणिक कथाओं से जुड़े रामायण और महाभारत की कर ले. दूरदर्शन पर आने वाले सभी धारावाहिक लोग बड़े चाव और अपने परिवार के साथ-साथ पड़ोसियों के साथ भी देखते थे. दूरदर्शन के इस दौर में अश्लीलता की कोई जगह नहीं थी.

आज हम उसी महाभारत से जुड़ा हुआ एक किसा आपको बताने जा रहे है. महाभारत में हर एक किरदार यादगार और जोरदार था. हम बात कर रहे है सबसे शक्तिशाली नेगेटिव किरदार निभाने वाले दुर्योधन की. इस दमदार और शानदार किरदार को निभाया था अभिनेता पुनीत इस्सर ने. उन्होंने दुर्योधन बन अपने दमदार अभिनय से सभी का मन जीत लिया था.

लेकिन क्या आपको पुनीत के लिए दुर्योधन बनने का सफर इतना आसान भी नहीं था. महाभारत को बनाने के पहले उस समय में लगभग पांच हजार ऑडिशन राउंड लिए गए थे. उस समय में इतने ऑडिशन लेना आसान नहीं था. क्योंकि उस समय कलाकार भी कम ही हुआ करते थे. इन ऑडिशन के बाद जब पुनीत को दुर्योधन का किरदार मिला तो वह बहुत ही खुश हो गए थे.

इस नेगेटिव किरदार को पाने के लिए भी उन्हें बहुत मेहनत करना पड़ी थी क्योंकि मेकर्स उन्हें नहीं लेना चाह रहे थे. इसकी सबसे बड़ी वजह थी उनकी अमिताभ के साथ की हुई फिल्म. पुनीत इस्सर ने फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन को गलती से पेट में जोरदार पंच लगा दिया था. उसके बाद महानायक अस्पातल में जीवन और मौत के बीच झूल रहे थे. इसके बाद कोई भी उन्हें विलेन के लिए लेना नहीं चाह रहा था.

1983 में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत के साथ ही यह हादसा हो गया था. इसके बाद उन्हें कोई भी लेना नहीं चाहता था. सभी को यही दर लगता था कि कहीं ये विलेन बनकर हीरो को नुकशान न पंहुचा दे. उन्हें अमूमन फिल्मों में काम मिलना बंद ही हो गया था.

पुनीत लंबी-चौड़ी कद काठी वाले अभिनेता थे. इसलिए बीआर चोपड़ा की महाभारत में उन्हें भीम के किरदार के लिए उपयुक्त माना जा रहा था. पुनीत ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मैंने चोपड़ा साहब, पंडित नरेंद्र और संवाद लेखक राही मासूम रजा के सामने ही जयद्रथ वध का पाठ प्ले कर के दिखाया था. वह सभी लोग मेरे शानदार भाषण से आश्वस्त हो गए थे और इस तरह से मुझे दुर्योधन का किरदार मिला था.

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