अध्यात्म

साढ़ेसाती शुरू होने पर भूलकर भी न कर दें ये काम, वरना दुखों से भर जाएगा जीवन

ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में भ्रमण करते हैं। शनि भी एक राशि से दूसरी राशि में भ्रमण करते हैं। लेकिन ये ग्रह बहुत ही धीमी गति से भ्रमण करता है। जिस कारण से शनि की बुरी दिशा लंबे समय तक जीवन में रहती है। शनि की साढ़े साती पूरे साढ़े सात साल तक तक रहती है। जबकि ढैय्या पूरे ढाई वर्षों तक। साढ़े साती शुरू होने पर जीवन में कई तरह की परेशनियां आने लग जाती हैं।

शनि हर किसी को उसके कार्मों के तहत फल देता है। जो लोग अच्छे कर्म करते हैं। उनके जीवन पर साढ़े साती व ढैय्या का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। वहीं जो लोग बुरे कर्म करते हैं। उनके जीवन में साढ़े साती व ढैय्या शुरू होते ही कष्ट आने लग जाते हैं। यानी साफ है कि अच्छे कर्म करने पर शनि आपका जीवन सुखों से भर देते हैं। जबकि बुरे कर्म करने पर जीवन में दुख शुरू हो जाते हैं।

यदि आपके जीवन में शनि अशुभ फल प्रदान कर रहा है। तो आप विशेष सावधानी बरतनें। साढ़ेसाती के दौरान नीचे बताए गए कार्यों को करने से बचें। इनको करने से शनि का प्रकोप ओर बढ़ जाता है।

रखें ये सावधानी, भूलकर भी न करें ये काम

1.साढ़े साती के दौरान लोहे से जुड़े कार्यों को करने से बचें और भूलकर भी लोहे की कोई भी चीज न खरीदें। इस दौरान लोहे को खरीदना जोखिम भरा माना जाता है। साढ़े साती या ढैय्या के दौरान लोहा खरीदने से शनि का प्रकोप जीवम पर अधिक पड़ता है।

2. जिन लोगों की कुंडली में साढ़े साती चल रही है। वो लोग वाहन संभलकर चलाएं और खासा सावधानी बरतें। साढ़े साती चलने पर वाहन चलते समय हादसा होने का योग बना रहता है।

3. किसी से भी लड़ाई करने से बचें और कोर्ट में न जाएं।

4. साढ़ेसाती शुरू होने पर रात्रि में घर से अकेले न निकलें और न ही अकेले यात्रा करें।

5. शनिवार और मंगलवार के दिन काले रंग की चीजें, चमड़े और लोहा खरीदने से बचें। इस दिन जूते और चप्पल भी खरीदने से बचें।

6. साढ़ेसाती के दौरान मास मदिरा या किसी भी प्रकार की नशीली चीजों का सेवन ना करें।

7. सफाई कर्मचारियों और अपने से कमजोर वर्ग के लोगों का अपमान न करें।

करें ये काम

अगर आपके जीवन में शनि की साढ़े साती या ढैय्या शुरू हो जाती है। तो आप नीचे बताए गए कार्यों को कर लें। इन कार्यों को करने से शनि का प्रकोप कम होने लग जाएगा।

  • शनिवार के दिन हनुमान जी और शिव जी की पूजा करें। पूजा करते हुए इनके सामने सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाएं।
  • शनि देव के मंदिर जाकर इन्हें काले तिल जरूर अर्पित करें। पूजा करते हुए इन्हें सरसों का तेल भी चढ़ाएं और काली दाल भी इनके सामने जरूर रखें।
  • शनिवार के दिन जितना हो सके काली चीजों का दान करें।
  • इस दिन जूतों का दान करना भी गुणकारी साबित होता है।
  • शनिदेव के मंत्रों का जाप करें और शनि चालीसा पढ़ें।
  • पीपल के पेड़ की पूजा करें और साथ ही सरसों के तेल का दीपक इस पेड़ के पास जला दें। माना जाता है कि पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनि देव प्रसन्न हो जाते हैं। पीपल के अलावा आप  शामी के पेड़ की पूजा भी कर सकते हैं।
  • शनिवार को काले कुत्ते को रोटी जरूर खाएं।
  • गरीब लोगों को तला हुआ भोजन करवाएं।

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