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डाक्टरों की लापरवाही, पैर का ऑपरेशन कराने आई महिला का काटा हाथ, बोले- गलती हो गई बदले में आप..

इंसान अस्पताल ठीक होने जाता है। वह ये कभी नहीं सोचता कि हॉस्पिटल जाकर उसकी तबीयत पहले से और बेकार हो जाएगी। लेकिन कई बार डॉक्टरों की ऐसी लापरवाही देखने को मिलती है जिसके चलते मरीज सोचता है इससे तो मैं अस्पताल न जाता तो ही सही होता। हॉस्पिटल की लापरवाही का ऐसी ही एक हैरान कर देने वाला मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में देखने को मिला है।

पैर का ऑपरेशन कराने आई, काट दिया हाथ

यहां एक महिला पैर का ऑपरेशन कराने अस्पताल आई थी लेकिन डॉक्टर ने गलती से उसका हाथ ही काट दिया। इसके बाद हॉस्पिटल में बहुत हंगामा हुआ। लापरवाही की हैरान कर देने वाली यह घटना मुजफ्फरपुर जिले की ब्रह्मपुरा थानाक्षेत्र के एक प्राइवेट हॉस्पिटल की है। इस घटना के बाद महिला को आनन फानन में पटना रेफर किया गया।

हॉस्पिटल ने मानी अपनी गलती

महिला के साथ हुई इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकार की। उन्होंने हर्जाने के रूप में महला को आर्टिफिशियल हाथ लगवाने और मुआवजा देने की बात कही।

घर में गिर गई थी महिला

पीड़ित महिला आभा राय करजा थाना क्षेत्र के नरहरसराय गांव में रहती हैं। बीते वर्ष 3 फरवरी 2020 को वह अपने घर में फिसलकर गिर गई थी। इस कारण उसका कूल्हा टूट गया था। ऐसे में परिवार वाले उसे इलाज के लिए ब्रह्मपुरा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए थे।

इसलिए काटा महिला का हाथ

इस दौरान डॉक्टरों ने महिला के पैर के ऑपरेशन की बात कही थी। हालांकि डॉक्टर्स ने ऑपरेशन के दौरान महिला का हाथ ही काट दिया। पीड़िता के मुताबिक डॉक्टर ने उसे बताया कि गलत इंजेक्शन लगने की वजह से उसका हाथ काटना पड़ रहा है।

ऐसे चर्चा में आई घटना

महिला का करीब एक साल तक इलाज चल रहा था। लेकिन हाल ही में शुक्रवार को महिला अस्पताल के वादे के अनुसार मुआवजा लेने हॉस्पिटल पहुंची। यहां उसके साथ बदसलूकी और मारपीट हुई। महिला के बेटे को इस दौरान चोट भी लगी। इस तरह अस्पताल में करीब एक घंटे तक खूब हंगामा चला। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने जैसे तैसे दोनों पक्षों को शांत कराया।

यह पूरी घटना बेहद दुखद है। हॉस्पिटल की एक लापरवाही की वजह से आज महिला ने हमेशा के लिए अपना हाथ खो दिया। ऐसी घटनाओं की वजह से ही व्यक्ति अस्पताल जाने से कतराता है। सभी अस्पताल को चाहिए कि वह ऐसी लापरवाहीयों से बचे और सिरियस होकर मरीज का इलाज करें।

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