अध्यात्म

महाशिवरात्रि के दिन कर दें ये खास उपाय, तुरंत हो जाएगा प्रेम विवाह, मिल जाएगा सच्चा जीवन साथी

महाशिवरात्रि के पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान शिव ने पार्वती मां के साथ विवाह किया था। इसलिए इस पर्व को मां पार्वती और शिव के विवाह उत्सव के तौर पर भी मनाया जाता है। महाशिवरात्रि का पर्व प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास की चतुर्दशी तिथि को आता है। इस साल ये पर्व  व्रत 11 मार्च 2021 को आ रहा है। इस पर्व को लेकर मंदिरों को खासा सजाया जाता है और लोग मंदिर जाकर शिव जी की पूजा करते हैं। जबकि कई लोग इस दिन व्रत भी रखा करते हैं।

मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से वैवाहिक जीवन की सभी समस्याएं दूर होती हैं। वहीं जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा है या जो लोग सच्चा जीवनसाथी पाना चाहते हैं। उनको इस दिन शिव और पार्वती मां का पूजन जरूर करना चहिए। इनका पूजन करने से विवाह एक साल के अंदर हो जाता है।

अगर आप  शीघ्र विवाह या प्रेम विवाह करना चाहते हैं। तो इस विशेष दिन आप नीचे बताए गए उपायों को कर दें। इन उपायों को करने से आपकी मनोकामना पूर्ण हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं उपायों के बारे में

एक साथ करें शिव और मां पार्वती की पूजा

इस दिन आप एक साथ शिव जी और मां पार्वती की पूजा करें। ऐसे मंदिर में जाएं जहां पर शिव-पार्वती की प्रतिमाएं एक दूसरे के पास बनी हुई हो। सबसे पहले आप लाल रंग की मौली लेकर भगवान शिव और माता पार्वती की परिक्रमा करते हुए सात बार मौली से दोनों के बांध दें। यदि परिक्रमा का स्थान नहीं है तो एक जगह खड़ा होकर ही मौली को बांध दें। फिर शिवलिंग की पूजा करें और बेल पत्र, फूल, फल इत्यादि चीजें अर्पित करें। उसके बाद आप मां पार्वती की पूजा करें और उन्हें लाल रंग की चीजें अर्पित करें। मां को आप सुहाग का सामान भी अर्पित कर सकते हैं। इसके बाद एक दीपक जला दें और सच्चे जीवन साथ की कामना करें।

मनचाहे जीवन साथी के लिए

अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उसे अपना जीवन साथी बनाने चाहते हैं, तो ये उपाय करें। इस उपाय के तहत आप महाशिवरात्रि के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनकर मंदिर जाएं। भगवान शिव, माता पार्वती की संयुक्त रूप से पूजा करें। पार्वती मां को लाल चूड़ियां, लाल चुनरी, मेहंदी, बिंदी, सिंदूर, कुमकुम आदि चीजें अर्पित करें। इसके बाद माता पार्वती से प्रार्थना करें। फिर आप रामचरितमानस में वर्णित शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग पढ़ें।  इसके अलावा आप चाहें तो माता पार्वती के समक्ष रामचरित मानस की इस चौपाई का पाठ करें।

‘तौ भगवानु सकल उर बासी। करिहि मोहि रघुबर कै दासी।।
जेहि कें जेहि पर सत्य सनेहू। सो तेहि मिलइ न कछु संदेहू।।’

कहा जाता है कि प्रभु श्री राम को देखकर सीता जी उनसे विवाह करने की कामना की और देवी पार्वती के मंदिर जाकर उनकी पूजा की। पूजा करते हुए मां सीता ने  इस चौपाई को पढ़ा। मां पार्वती ने खुश होकर भगवान राम को वर के रूप में उन्हें दिया। इसलिए इस चौपाई को जरूर पढ़ें। इसे पढ़ने से मनचाहा जीवन साथी मिल जाएगा। साथ में ही विवाह होने में जो बांधाएं आ रही हैं वो भी दूर हो जाएंगी।

करें रुद्राभिषेक

इस दिन मंदिर जाकर शिवलिंग का रुद्राभिषेक जरूर करें। रुद्राभिषेक करते हुए शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, घी और गंगा जल अर्पित करें। उसके बाद शिव की आरती करें।

रात के समय करें पूजा

शिवरात्रि की रात आप भोलेनाथ की पूजा करें और उनके सामने 21 दीपक जला दें। फिर उनके मंत्रों का जाप करें। ये उपाय करने से आपको मनचाही चीज मिल जाएगी।

करें इन मंत्रों का जाप –

1. ॐ जुं स:।

2. ॐ हौं जूं स:।

3. ॐ त्र्यंम्बकम् यजामहे, सुगन्धिपुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।’

4. ‘ॐ ऐं नम: शिवाय।

5. ‘ॐ ह्रीं नम: शिवाय।’

6. ‘ऐं ह्रीं श्रीं ‘ॐ नम: शिवाय’ : श्रीं ह्रीं ऐं

7. चंद्र बीज मंत्र- ‘ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:’, चंद्र मूल मंत्र ‘ॐ चं चंद्रमसे नम:’।

8. शिव गायत्री मंत्र- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।

9. ॐ नमः शिवाय

10. ॐ ऐं ह्रीं शिव गौरीमय ह्रीं ऐं ऊं।

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