अध्यात्म

ब्रह्म मुहूर्त के दौरान न करेें ये काम, वरना जीवन हो जाएगा पूरी तरह से बर्बाद

पूरे दिन में ब्रह्म मुहूर्त को सबसे उत्तम मुहूर्त माना जाता है और इस दौरान भगवान की पूजा व शुभ कार्य करने से वो जरूर सफल होते हैं। शास्त्रों में इस मुहूर्त का उल्लेख करते हुए लिखा गया है कि ऋषि मुनि हमेशा ही ब्रह्म मुहूर्त में उठते थे और ईश्वर की वंदना करते थे। ये समय बेहद ही महत्वपूर्ण होता है और इस दौरान किए गए कामों का फल भी अच्छा ही मिलता है। ब्रह्म मुहूर्त को भगवान का समय भी माना जाता है और कहा जाता है कि इस दौरान भगवान निंद से जागते हैं। इतना ही नहीं इस समय भगवान की शक्तियां काफी प्रभावशाली भी होती हैं।

कब शुरू होता है ब्रह्म मुहूर्त

24 घंटे में कुल 30 मुहूर्त होते हैं। ब्रह्म मुहूर्त रा‍त्रि का चौथा प्रहर होता है। सूर्योदय के पूर्व के प्रहर में दो मुहूर्त होते हैं। उनमें से पहले मुहूर्त को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। सुबह के 4.24 बजे से 5.12 के मध्य के समय तक ब्रह्म मुहूर्त होता है। प्रमुख मंदिरों के पट ब्रह्म मुहूर्त में खोले जाते हैं और भगवान का श्रृंगार व पूजन किया जाता है। इस दौरान संध्या वंदन, ध्यान, प्रार्थना और अध्ययन करना अच्छा माना जाता है।

आयुर्वेद में भी इस मुहूर्त को उत्तम माना गया है और शास्त्रों के अनुसार जो लोग इस समय पर उठते हैं व स्नान करते हैं उनकी आयु में वृद्धि होती है। उनकी रक्षा कई रोगों से होती है। कार्य में ध्यान लगा रहता है और शरीर में ऊर्जा बनीं रहती है। पूरा दिन उनका अच्छे से गुजरता है। वहीं वैज्ञानिकों ने भी इस समय को काफी उत्तम माना है। इस समय पर हुए शोध के अनुसार इस दौरान वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा सबसे अधिक यानी 41 प्रतिशत होती है। जो लोग इस समय जागते हैं उन्हें शुद्धि हवा मिलती है। शुद्ध वायु मिलने से मन, मस्तिष्क स्वस्थ रहता है।

इस मुहूर्त के दौरान कुछ बातों की मनाही होती है। इसलिए आप भूलकर भी नीचे बताए गए कार्यों को ब्रह्म मुहूर्त में करने से बचें –

इस पवित्र समय पर प्रणय संबंध न बनाएं। ऐसा करने से शरीर को रोग लग जाते हैं और आयु भी कम हो जाती है।

ब्रह्म मुहूर्त में उठने के बाद आप केवल अच्छी चीजों के बारे में ही सोचें। कभी भी इस दौरान नकारात्मक ख्याल मन में न लाएं। माना जाता है कि जो लोग इस दौरान नकारात्मक ख्याल मन में लाते हैं। उनका पूरा दिन खराब जाता है और वो तनाव में रहते हैं। इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में मन में पॉजिटिविटी बनाएं रखें और पवित्र ख्याल ही लाएं।

ब्रह्म मुहूर्त के दौरान खाना न खाएं। दरअसल कई लोग उठकर सबसे पहले चाय-नाश्ता करते हैं। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले ईश्वर का ध्यान करना चाहिए।। उसके बाद ही कुछ ग्रहण करें।

ब्रह्म मुहूर्त के दौरान किसी से लड़ाई न करें और न ही किसी से बहस करें। जो लोग इस दौरान लड़ाई और बहस करते हैं, उन लोगों के जीवन में सदा अशांति बनीं रहती है।

कर दें ये टोटके दूर हो जाएंगे सारे दुख –

  • ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाले लोग सबसे पहले अपनी हथेली व रेखाओं को देखें। हथेली और रेखाओं को देखने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और किस्मत चमक जाती है।
  • ब्रह्म मुहूर्त में उठकर आप सूर्य देव की पूजा करें। सूर्य देव की पूजा करने से रोगों से रक्षा होती है।

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