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टोल टैक्स से जुड़े नियम में सरकार ने सुनाया नया फरमान, 15 फरवरी से अब भरना पड़ेगा दोगुना टोल..

अगर आप कहीं भी घूमने जाने का प्लान बना रहे है या कहीं जा ही रहे है. आपका टूर लगभग 4 से 5 दिन का है. इस दौरान आपको जितना पेट्रोल या डीजल लगता है उतना ही आपको या उससे थोड़ा ही कम लगता है टोल टेक्स. टोल टेक्स देने के साथ ही दूसरी परेशानी आती है टोल टेक्स की लम्बी सी कतार में लगने में. कैफ लम्बा इंतज़ार करना पड़ता है. अब सरकार ने टोल टेक्स से जुड़ा नया फरमान सुना दिया है.

सरकार के नए नियम के मुताबिक देशभर के टोल प्लाजा पर सोमवार 15 फरवरी से सिर्फ FASTag (फास्टैग) के जरिये ही टोल टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा. इसके बाद अगर आपके वाहन में फास्टैग नहीं लगा है तो आपको इसका तगड़ा भुगदान देना पड़ सकता है. क्योंकि सरकार ने साफ़ कर दिया है कि फास्टैग के बिना वाहनों से दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा.

गौरतलब है कि सरकार आम आदमियों की जरूरतों को समझते हुए कई बार फास्टटैग की तारीख को आगे बड़ा चुकी है. सरकार बार बार इसकी तारीख आगे बड़ा चुकी है. सरकार ने सबसे पहले एक जनवरी से फास्टैग को अनिवार्य रूप से लागू किया था. इसके बाद सरकार ने सभी वाहन मालिकों को थोड़ी सहूलियत देते हुए इसे 15 फ़रवरी 2021 तक आगे बड़ा दिया था. अब इसके बाद सरकार ने अनिवार्य रूप से इसे 15 फ़रवरी से लागू कर दिया है.

इस तरह वसूला जाएगा जनता से टैक्स
इस मामले में 12 फरवरी को एनएचएआई सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के सचिव गिरधर अरमाने ने प्रदेश में तैनात क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) व सभी राज्यों के मुख्य सचिव को खत लिखकर बताया है. इस खत में राजमार्ग मंत्रालय के सचिव गिरधर ने लिखा है कि भारतीय सरकार देशभर के टोल प्जाला पर फास्टैग से टोल लेने को अनिवार्य करने जा रही है. उन्होंने बताया कि देश के 80 प्रतिशत वाहनों पर अभी तक फास्टैग लगाया जा चुका है. इसके साथ ही 40,000 प्वांइट आफ सेल (पीओएस) टोल प्लाजा पर डिस्ट्रीब्यूट की जा चुकी है.

आपको बता दें कि प्रवर्तन एजेंसियों को फास्टैग व्यवस्था लागू करने में राज्य सरकारों से पूरा सहयोग करने के लिए बोला गया है. एनएचएआई और सड़क परिवहन मंत्रालय इन एजेंसियों को जरूरी सुविधाएं देने का काम करेगा. इस व्यवस्था के कारण अगर कोई वाहन बिना फास्टैग के फास्टैग लें में आएगा तो उससे दोगुना टैक्स लिया जाएगा. अगर आज की व्यवस्था के बारे में बात कि जाय तो प्रत्येक टोल प्लाजा पर दोनों दिशा में एक-एक हाईब्रिड लेन है. मतलब कि फास्टैग के अलावा एक और लेन जहां नकद पैसा लिया जाता है.

अब केंद्र सरकार की ओर से नए निर्देश के मुताबिक 15 फरवरी से टोल प्लाजा पर नकद भुगतान की सुविधा खत्म कर दी जायेगी. वाहन मालिकों को किसी भी तरह से नकद पैसा देने की जरुरत नहीं पड़ेगी. बावजूद इसके अगर कोई वाहन बगैर फास्टटैग के आएगा तो उससे नय नियमों के मुताबिक डबल टैक्स लिया जाएगा. वहीं इस मामले में एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल 90 फीसदी तक टोल टैक्स फास्टैग के जरिये ही वसूला जा रहा है. उनके मुताबिक जो लोग रोज़ाना राजमार्ग की यात्रा नहीं करते है वह अभी भी केस भुगदान ही कर रहे है.

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