अध्यात्म

कुंडली में हो ये गड़बड़ तो नहीं बनता है विवाह योग, जाने झटपट शादी के उपाय

हिन्दू धर्म में सोलह संस्कारों का वर्णन देखने को मिलता है। इनमें शादी एक प्रमुख संस्कार होता है। जीवन में शादी के बाद कई सकारात्मक बदलाव आते हैं। यही वजह है कि हर कोई इस फल को खाना चाहता है। किन्तु कुछ लोग शादी के पवित्र बंधन में चाहकर भी नहीं बंध पाते हैं। इनकी शादी में कोई न कोई दिक्कत आती ही रहती है।

समय पर विवाह न हो पाने के पीछे कभी ग्रहों की स्थिति तो कभी वास्तु दोष जिम्मेदार होता है। ऐसे में शादी न होने का कारण जान उस हेतु उपाय कर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। आज हम आपको विवाह में आने वाली बाधाओं के कारण और उनका उपाय बताने जा रहे हैं।

शादी में देरी के कारण:

1. यदि व्यक्ति की जन्म कुंडली में बृहस्पति ग्रह की स्थिति कमजोर हो तो शादी में देरी होने लगती है। इसकी वजह ये है कि बृहस्पति की युति शत्रु ग्रहों से होती है।

2. कुंडली में मांगलिक दोष होने पर भी विवाह नहीं होता है। मांगलिक लड़के को मांगलिक लड़की से ही शादी करनी चाहिए। अन्यथा विवाह पश्चात दिक्कत आ सकती है।

3. कुछ लोगों की कुंडली ऐसी भी होती है जिसमें विवाह का योग ही नहीं रहता है। ऐसे व्यक्ति पूरे जीवन कुंवारे रह जाते हैं।

4. घर में वास्तु दोष होने पर भी विवाह में देरी होने लगती है। ऐसी स्थिति में किसी वास्तुशास्त्र के जानकार को दिखा देना चाहिए।

शीघ्र विवाह हेतु उपाय:

1. शादी में बार बार दिक्कत आने पर जातक को हल्दी वाले पानी से स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से गुरु ग्रह का दोष समाप्त हो जता है और विवाह के योग शीघ्र बन जाते हैं।

2. गुरुवार के दिन केले का पौधा लगाकर उसमें रोजाना जल देना शुरू कर दें। इसके साथ ही हर गुरुवार भगवान के नाम का व्रत रखने से भी विवाह योग जल्दी बनने लगते हैं।

3. जिन जातकों की शादी नहीं हो रही है वे प्रत्येक सोमवार शिवलिंग पर कच्छ दूध चढ़ाएं। इसके अतिरिक्त माँ पार्वती को सुहाग की सामग्री चढ़ाएं। इस उपाय से आपका विवाह जल्द हो जाएगा।

4. यदि अपने घर बेटी की शादी नहीं हो रही है तो किसी ब्राह्मण की बेटी की शादी में कुछ दान कर दें। इससे आपके घर विवाह का योग जल्द आ जाएगा।

5. वास्तु विशेषज्ञ को अपने घर बुलाएं और यह चेक करें कि आपके घर कोई वास्तु दोष तो नहीं है। यदि है तो उसे ठीक कराएं।

6. कई बार पितृ दोष होने पर भी शादी नहीं हो पाती है। ऐसे में पूजा पाठ करवाकर आप इस दोष को दूर करवा सकते हैं।

Back to top button