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इस कांग्रेसी नेता की विदाई पर भावुक हुए PM मोदी, राज्यसभा में भाषण देते हुए बताया सच्चा मित्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में भाषण देने के दौरान भावुक हो गए और उनकी आंखे भर आई। राज्यसभा में मंगलवार को कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद की विदाई पर पीएम मोदी ने कुछ शब्द बोले और इस दौराम रोने लगे। इतना ही नहीं मोदी ने साल 2007 में जम्मू कश्मीर में गुजरात के यात्रियों पर हुए आतंकी हमले का जिक्र भी किया और कहा कि उस वक्त आजाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुलाम नबी जी जब मुख्यमंत्री थे, तो मैं भी एक राज्य का मुख्यमंत्री था। हमारी बहुत गहरी निकटता रही है। एक बार गुजरात के कुछ यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। 8 लोग उसमें मारे गए थे। सबसे पहले गुलाम नबी जी का मुझे फोन आया। इनके आंसू रुक नहीं रहे थे। उस समय प्रणव मुखर्जी जी रक्षा मंत्री थे। मैंने उनसे कहा कि अगर मृतक शरीरों को लाने के लिए सेना का हवाई जहाज मिल जाए तो उन्होंने कहा कि चिंता मत करिए, मैं करता हूं व्यवस्था। गुलाम नबी जी उस रात को एयरपोर्ट पर थे। उन्होंने मुझे फोन किया और जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता करते हैं। वैसी चिंता वो कर रहे थे।

मोदी ने आगे कहा कि  सत्ता जीवन में आते रहती है लेकिन उसे कैसे पचाना ये कोई गुलाम जी से सीखे। मेरे लिए वो बड़ा भावुक पल था। दूसरे दिन सुबह फोन आया। मोदी जी सब पहुंच गए। इसलिए एक मित्र के रूप में गुलाम नबी जी का घटना और अनुभव के आधार पर मैं आदर करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि उनकी सौम्यता, नम्रता, देश के लिए कुछ कर गुजरने की कामना उन्हें चैन से बैठने नहीं देगी। देश उनके अनुभव से लाभान्वित होगा।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस आगे कहा कि ‘मुझे चिंता इस बात की है कि गुलाम नबी जी के बाद जो भी इस पद को संभालेंगे, उनको गुलाम नबी जी से मैच करने में बहुत दिक्कत पड़ेगी। क्योंकि गुलाम नबी जी अपने दल की चिंता करते थे, लेकिन देश और सदन की भी उतनी ही चिंता करते थे। ये छोटी बात नहीं बहुत बड़ी बात है। विपक्ष का नेता होने का मोह किसी को भी हो सकता है। गुलाम नबी जी ने बखूबी इस काम को निभाया है।


गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का राज्सभा का कार्यकाल अब खत्म हो रहा और इनकी विदाई पर ही मोदी जी ने ये भाषण दिया और इन्हें अपना सच्चा दोस्त बताया।

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