
विजय माल्या लंदन में गिरफ्तार : देश के 9,000 करोड़ के कर्जदार को वापस लायेगी मोदी सरकार!
नई दिल्ली – भारत सरकार को लंदन पुलिस ने अचानक एक बड़ी खुशखबरी दे दी है। लंदन पुलिस ने भारत के 9,000 करोड़ रुपए लेकर फरार होने वाले व्यापारी विजय माल्या को गिरफ्तार कर लिया है। भारत सरकार ने माल्या को कर्ज न चुकाने के मामले में ‘भगोड़ा’ घोषित किया था। गिरफ्तारी के बाद सरकार जल्द से जल्द उन्हें देश वापस लाना चाहेगी। माल्या को वेस्टमिंस्टर कोर्ट के आदेश पर लंदन पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर देश के विभिन्न बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज बकाया है। Vijay mallya arrested in London.
विजय माल्या पर देश के विभिन्न बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। माल्या पिछले साल मार्च में कर्ज न चुकाना पड़े इसके लिए देश छोड़कर लंदन भाग गए थे। मोदी सरकार पिछले कई महीनों से इंग्लैंड से माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर बातचीत कर रही है। अब क्योंकि आज विजय माल्या की गिरफ्तारी हो गई है ऐसी संभावना है कि अब जल्द ही माल्या को भारत को सौंपा जा सकता है।
भारत सरकार ने इस साल 8 फरवरी को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था। माल्या की गिरफ्तारी के बाद मोदी सरकार की ओर से कहा गया कि सरकार भ्रष्टाचार के मामले को लेकर सख्त है और इसके लिए किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
माल्या को भारत लायेगी मोदी सरकार –
क्योंकि अब विजय माल्या गिरफ्तार हो चुका है इसलिए सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या मोदी सरकार माल्या को भारत ला पाएगी। माल्या के देश छोड़कर भाग जाने के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर कई हमले किए थे। मोदी सरकार की ओर से ऐलान किया था कि माल्या को वापस लाया जाएगा। इस काम के लिए ईडी और सीबीआई समेत तमाम एजेंसियों को माल्या के पीछे लगाया गया था।
माल्या के प्रत्यर्पण के लिए ईडी 1992 में भारत और ब्रिटेन के बीच हुई म्युचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी का इस्तेमाल कर रही है। आपको बता दें कि इस ट्रीट्री के तहत दोनों देशों के बीच आपराधिक मामलों में आरोपी शख्स को एक-दूसरे को सौंपा जा सकता है।