बॉलीवुड

एक नहीं दो बार मौत को करीब से देख चुकी है प्रीति जिंटा, 46वें जन्मदिन पर जाने कैसे बाल-बाल बची

‘डिंपल गर्ल’ यह शब्द सुनते ही दिमाग में सबसे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री प्रिटी जिंटा की छवि आ जाती है। 31 जनवरी 1975 को शिमला में पैदा हुई प्रीति अब पूरे 46 साल की हो गई हैं। उनके बर्थडे पर हम आपको दो वह किस्से सुनने जा रहे हैं जब प्रीति ने मौत को करीब से देखा था। एक बार तो वे मौत के इतना करीब थी कि वे अकले बच गई थी लेकिन उनके सभी दोस्त और पिता का निधन हो गया था।

बात साल 2004 की है। तब सुनामी आया था। उस दौरान प्रीति फुकेट में थी। इस सुनामी की वजह से प्रीति ने अपने कई करीबी दोस्तों को खो दिया था। प्रीति ने इस बात का जिक्र खुद एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने बताया था कि वे भी इस सुनामी के दौरान मौत के बेहद करीब थी। हालांकि इस हदसे में सब मर गए थे लेकिन बस वह अकेली जिंदा बची थी। ये वक्त उनके लिए बहुत कठिन था।

प्रीति ने बताया कि सुनामी की खतरनाक लहरों में अपनों को गंवा देना बहुत ही मुश्किल दौर था। लेकिन यह उनके लिए एक टर्निंग प्वॉइंट भी साबित हुआ। उन्होंने सोचा कि आखिर वे अकेली ही क्यों बची? ऐसे में उन्होंने अपनी लाइफ के साथ वह करना चाहा जो वे हमेशा ही करना चाहती थी।

इस हादसे के बाद प्रीति ने इंडियन प्रीमियर लीग ज्वॉइन कर ली। ब्रेवरी अवॉर्ड्स समय उनकी मुलाकात ललित मोदी से हुई थी। बाद में वे इसकी ब्रैंड एंबेसडर बनी जिसमें ललित मोदी का पूरा परिवार भी शामिल था। दरअसल स्पोर्ट्स स्कूल खोलना प्रीति के पिता का सपना था। तब प्रीति को पता नहीं था कि किसी स्पोर्ट्स स्कूल खोलने के लिए 1000 करोड़ रुपए लगते हैं।

अपने सपने के बारे में प्रीति ने ललित मोदी को कॉफी पर बताया था। फिर जब आईपीएल की बिडिंग हो रही थी तो ललित ने प्रीति को कॉल कर आईपीएल ज्वॉइन करने का पूछा। प्रीति ने इस पर विचार किया और ने IPL के लिए हां बोल दिया। इसके बाद प्रीति 2008 में नेस वाडिया, मोहित बर्मन और अन्य के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के किंग्स इलेवन में दिखाई दी। वहीं पिछले साल दुबई में हुई आईपीएल 20-20 में भी वे शामिल थी।

सूनामी वाले हादसे के पहले भी प्रीति ने मौत को करीब से देखा था। ये भी साल 2004 की ही बात है। तब वे श्रीलंका के कोलंबो में टेंपटेशन कॉन्सर्ट में अन्य बॉलीवुड सितारों के साथ थी। यहां अचानक कुछ बम धमाके हुए थे जिन्हें सभी ने करीब से महसूस किया था।

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