राजनीति

दिल्ली हिंसा पर सिद्धू का बयान कहा, इतिहास से सबक नहीं लिया तो यह अपने आप को खुद दोहराता है

नवजोत सिंह सिद्धू एक ऐसा नेता जो क्रिकेट से लेकर राजनीति तक हर जगह विवादों के लिए जाना जाता है. सिद्धू ने जिस भी फिल्ड में हाथ डाला वहां से विवाद ही निकाला है. यह भी कहा जा सकता है कि सिद्धू जहां जाते है विवाद कर के ही आते है. सिद्धू ने एक बार फिर नए विवाद को जन्म दिया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और लाल किला के अन्य हिस्सों में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा पर नवजोत सिंह ने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सिद्धू ने लिखा कि, अगर आपने इतिहास से सबक नहीं सीखते हैं, तो इतिहास खुद को दोहराता है. हमें इतिहास यह बताता है किसानों के खिलाफ कोई सरकार कभी नहीं जीती है.

आपको जानना होगा कि यहां सिद्धू ने किस नए विवाद को जन्म दिया है. सिद्धू इस समय कांग्रेस पार्टी के नेता है और उनके मुख्यमंत्री है, कैप्टन अमरिंदर सिंह. जहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के इस उग्र हिंसक प्रदर्शन को अस्वीकार्य किया है, वहीं सिद्धू ने उनके विपरीत ट्वीट किया है.

आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू विवादों के लिए ज्यादा जाने जाते है. सिद्धू जब क्रिकेटर थे उस वक़्त भी उनके साथ विवादों की एक लम्बी लिस्ट थी. उसके बाद सिद्धू ने BJP से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की. यहाँ भी सिद्धू खामोश नहीं बैठ पाए और जल्द ही उन्हें पार्टी छोड़ना पड़ी. सिद्धू इसके बाद कांग्रेस के पाले में चले गए. कांग्रेस में जाने के मुख्यमंत्री से लगातार उनकी अनबन होती रही, जिसके चलते उनका मंत्री पद भी गया. इन्ही विवादों में से एक था सिद्धू का पाकिस्तान जाना और वहां के सेना अध्यक्ष से गले मिलना. इन्ही विवादों के कारन सिद्धू की कपिल शर्मा शो से भी छुट्टी हुई थी.

आज से कुछ साल पहले जब भारत और पाकिस्तान का विवाद चल रहा था. एयर स्ट्राइक के बाद बौखलाए पाकिस्तान की वायुसेना ने भारतीय सीमा में घुसने की नाकाम कोशिश की थी. हालांकि इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन पाक सीमा में चले गए थे. इसके बाद भारत के दबाव के चलते पाकिस्तान को विंग कमांडर को छोड़ना पड़ा था. पाकिस्तान के इस फैसले के बाद सिद्धू ने फिर एक ट्वीट किया था जिसने उन्हें एक बार फिर विवाद में डाल दिया था. सिद्धू ने ट्वीट किया था- ‘इमरान खान, हर अच्छा काम अपने आप अपना रास्ता ढूंढ लेता है. आपके द्वारा किया गया यह नेक काम एक अरब लोगों की ख़ुशी का कारण बनेगा. पूरा देश आज खुश है. मुझे अभिनंदन के माता-पिता और करीबियों के लिए बेहद खुशी है’


आपको बता दे कि मंगलवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली पुलिस की सहमति से किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाल रहे थे. मगर उन्होंने अपना रुत बदल लिया और जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह उग्र हो गए और पुलिस को ही मारने लगे. बड़ी संख्या में किसान लाल किले तक पहुंच गए. इस दौरान कई जगह हिंसा भी की गई. उपद्रवियों ने पुलिस के लगाए बैरिकेड्स तोड़ डाले, बसों को आग के हवाले कर दिया और दिल्ली में हड़कंप मचा दिया.

वहीं किसानों के इस आंदोलन के बारे में आम आदमी पार्टी नेता और पंजाब आप सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा कि AAP पार्टी इस हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा करती है. पिछले दो महीने से आंदोलन शांतिपूर्ण है. केंद्र सरकार ने हालात को इस हद तक बिगड़ने दिया. जो लोग हिंसा में शामिल थे, वे आंदोलन का हिस्सा नहीं थे. जिन्होंने भी आंदोलन को हिंसा में तब्दील किया है, उनकी वजह से यह आंदोलन बदनाम हो गया है, जो अभी तक शांति पूर्ण तरीके से चल रहा था.

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