विशेष

Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस से जुड़े ऐसे रोचक तथ्य जो हर किसी को पता होना चाहिए

आज यानी 26 जनवरी (26 January) को हम भारतवासी अपना 72वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहे है. जैसा की सभी को पता ही होगा इस दिन हमारा संविधान लागू हुआ था. आज हम आपको बताने वाले है इसी से जुडी कुछ महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी.

भारतीय संविधान को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने अपनाया था. वर्ष 1950 को भारत सरकार अधिनियम 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. यह 26 जनवरी 1950 को लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू हुआ था. तभी से भारतीय इसे हर साल उत्सव की तरह मनाते है. देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्र ध्वज को फहराकर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था.

गौरतलब है कि भारतीय संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई थी. इस सभा का मुख्य उद्देश्य देश को एक संविधान प्रदान करना था. तीन साल चली मेहनत के बाद वर्ष 1949 में यह तैयार हुआ और वर्ष 1950 में हमारा संविधान लागू किया गया.

गणतंत्र दिवस का सुनहरा इतिहास

आपको बता दें कि 31 दिसंबर 1929 को लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की एक अहम् बैठक हुई थी. इस मीटिंग की अध्यक्षता पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वार की गई थी. मीटिंग में मौजूद सभी लोगों ने 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मानने के लिए शपथ ली थी, ताकि अंग्रेजों से देश को पूरी तरह आज़ादी दिलाई जा सके. इसके साथ ही यह तय किया गया कि 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज दिवस मनाया जाएगा.

गणतंत्र दिवस के कुछ रोचक तथ्य

– राजपथ परेड में 1955 में पहली बार पाकिस्तान के पहले गर्वनर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद भारत के मुख्य अतिथि थे.

– भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर लागू किया गया था.

– गणतंत्र दिवस वाले दिन राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है.

– वर्ष 1950 को पहले गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो भारत के मुख्य मेहमान थे.

– भारत की पहली गणतंत्र दिवस की परेड मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित हुई थी.

– भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा हाथों से लिखित संविधान है. इसे लिखने वाली समिति ने संविधान हिंदी, अंग्रेजी में हाथ से लिखने के बाद इसे कैलिग्राफ किया था और इसमें कोई टाइपिंग या प्रिंटिंग शामिल नहीं थी.

– वर्ष 2014 के गणतंत्र दिवस पर महाराष्ट्र सरकार के प्रोटोकॉल विभाग ने पहली बार मुंबई के मरीन ड्राईव पर परेड निकाली थी.

– संविधान सभा के सदस्यों की कुल संख्या 389 निश्चित हुई थी. इसमें 292 ब्रिटिश प्रांतों के प्रतिनिधि, 4 चीफ कमिश्नर क्षेत्रों के प्रतिनिधि और 93 देशी रियासतों के प्रतिनिधि शामिल थे.

– बाबासाहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर को भारत का संविधान निर्माता कहते है. वे संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष थे.

– आपको बता दें कि 1951, 1952, 1953, 1956, 1957, 1959, 1962, 1964, 1966,1967, 1970 में मुख्य अतिथि नहीं आए थे. वहीं इस वर्ष भी 2021 में कोरोना वायरस के चलते कोई मुख्य अतिथि गणतंत्र दिवस पर नहीं आएंगे.

– भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां हैं. संविधान सभा पर अनुमानित खर्च 1 करोड़ रुपये आया था.

– गणतंत्र दिवस के दिन देश के लिए योगदान देने वालों को अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे सम्मान से नवाज़ा जाता हैं.

– संविधान की धारा 74 (1) में यह उल्लेख किया गया है कि राष्‍ट्रपति की सहायता के लिए मंत्रिपरिषद् होगी, जिसका प्रमुख प्रधानमंत्री होगा.

Back to top button