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सिंघु बॉर्डर पर पकड़े गए ‘शूटर’ का सनसनीखेज खुलासा, कहा- किसान नेताओं ने धमकी देकर बुलवाया झूठ

दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसानों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है और हाल ही में इस बॉर्डर पर देर रात एक शूटर को पकड़ा गया था। इस शख्स को किसानों द्वारा ही पकड़ा गया था और किसानों ने इसे मीडिया के सामने पेश किया था। इसे पेश करते हुए किसानों ने कहा था कि ये एक शूटर है। वहीं बाद में इसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था। अब पुलिस के सामने इस शख्स ने कई सारे खुलासे किए हैं और पुलिस को बताया कि वो कोई शूटर नहीं है।

इस शख्स ने पुलिस को बताया कि वो सोनिपत का रहने वाला और उसका नाम योगेश है। वो 19 जनवरी को दिल्ली में अपने एक रिश्तेदार के घर आया था। रास्ते में उसे कुछ प्रदर्शनकारियों ने अगवा कर लिया। उसकी कई दिनों तक इन लोगों ने खूब पिटाई की। प्रदर्शनकारियों ने उसे धमकी दी थी और कहा था कि अगर तुम बचना चाहते हो, तो मीडिया के सामने झूठ कहना होगा।

योगेश ने पुलिस को बताया कि उसके अलावा इन लोगों ने 4 और युवकों को भी पकड़ा था। इन लोगों ने दबाव बनाते हुए उस ये कहने पर मजबूर किया कि वो शूटर हैं। जान बचाने के लिए उसने मीडिया के सामने खुद को शूटर कहा था। योगेश के अनुसार उसे कई दिनों तक कैंप में बांधकर रखा गया और उसके बाद उसे शराब पिलाई गई। इस दौरान उसे काफी मारा पीटा गया।


गौरतलब है कि हाल ही में योगेश ने पहले ये दावा किया था कि वो यहां पर चार नेताओं को मारने के लिए आया था। योगेश ने कहा था कि 26 जनवरी को वो चार किसान नेताओं को गोली मारने वाला था। उसे चार लोगों की तस्वीर भी दी गई थी। शूटर ने बताया कि वो 19 जनवरी से सिंघु बॉर्डर पर है। जब 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली निकालते तो वो किसानों के साथ ही मिल जाता और फायर कर देता।


दरअसल 26 जनवरी के दिन किसान ट्रैक्टर रैली करने जा रहे हैं। वहीं इस रैली से कुछ दिनों पहले ही किसानों ने योगेश को बॉर्डर से पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। इसे पकड़ने के बाद किसानों ने कहा था कि ये एक शूटर है और किसान नेताओं को मारने के लिए आया है। उस दौरान योगेश ने भी ये बात कबूल कर ली थी। लेकिन अब योगेश ने पुलिस को एक नई कहानी सुनाई है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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