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NIA ने पंजाबी एक्टर, किसान नेता सहित 40 लोगों को भेजा समन, पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा

किसान आंदलोन में हिस्सा लेने वाले कुछ किसान नेताओं व एक पंजाबी अभिनेता को पूछताछ का समन भेजा गया है। ये समन राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से इन लोगों को भेजा गया है और इन्हें जल्द पेश होने को कहा गया है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से कुल 40 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इन सभी लोगों को रविवार को सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से संबंधित एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू को रविवार को तलब किया गया है। एनआईए ने इन्हें इस मामले में पूछताछ के सिलसिले में नई दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा है। एनआईए न्यायिक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 160 के तहत इनसे पूछताछ करेगी।

एनआईए की ओर से दीप सिद्धू को जो समन भेजा गया है। दीप सिद्ध ने उसे सोशल मीडिया में फेसबुक प्लेटफॉर्म पर साझा किया है। इस पत्र को पुलिस इंस्पेक्टर धीरज कुमार ने लिखा है। पत्र में कहा है कि “ये प्रतीत होता है कि आप (दीप सिद्धू) नीचे दिए गए मामले के तथ्यों और परिस्थितियों से परिचित हैं, जिसकी मैं जांच कर रहा हूं। आपको को मामले से संबंधित कुछ सवालों के जवाब देने के लिए 17 जनवरी को सुबह 10:00 बजे राष्ट्रीय जांच एजेंसी, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली में पेश होना होगा।”

गौरतलब है कि दिल्ली के बॉर्डरों में लगभग दो महीनों से किसान भाइयों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है और नए कृषि कानून वापस लेने की मांग की जा रही है। इस आंदलोन की आड़ में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) संगठन अपने मंसूबों को कामयाब करने में लगा हुआ है। सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के लोग किसानों को भड़का रहे हैं। यहां तक की देश के खिलाफ साजिश भी रच रहे हैं। माना जा रहा है कि सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की ओर से खूब चंदा भी इस आदोलन के लिए दिया गया है। ताकि सरकार और किसानों के बीच बना गतिरोध खत्म न हो सके।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी की नजर लंबे समय से सिख फॉर जस्टिस (SFJ) पर है। वहीं अब इस संबंध में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने किसान आंदोलन में शामिल हुए 40 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की ओर से लंदन और अमेरिका में भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। सिख फॉर जस्टिस पंजाब को भारत से अलग करने की मांग शुरू से करता हुआ आ रहा है। इस संगठन को भारत में बैन किया गया है।

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