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देशभर में शुरू हुआ कोरोना टीकाकरण अभियान, पहले चरण में इन लोगों को लगाई जाएगी वैक्सीन

देशभर में कोरोना टीकाकरण अभियान आज से शुरू हो गया है और पहले चरण के तहत हेल्थवर्कर्स को ये वैक्सीन लगाई जाएगी। आज सुबह साढ़े दस बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए इस अभियान की शुरुआत की है। इस मौके पर मोदी ने कहा कि “आज वो वैज्ञानिक, वैक्सीन रिसर्च से जुड़े अनेकों लोग विशेष प्रशंसा के हकदार हैं, जो बीते कई महीनों से कोरोना के खिलाफ वैक्सीन बनाने में जुटे थे। आमतौर पर एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं। लेकिन इतने कम समय में एक नहीं, दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई हैं।” मोदी ने सभी टीकाकरण केंद्रों को भी वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया है।

सरकार के अनुसार आज कुल 3006 वैक्‍सीनेशन सेंटर्स पर ये वैक्सीन लाई जाएगी और तीन लाख से ज्‍यादा हेल्‍थ वर्कर्स को पहली डोज दी जाएगी। इस मौके पर देशभर के अस्‍पतालों में खास तैयारियां की गई हैं और कई अस्‍पतालों को सजाया भी गया है। महाराष्‍ट्र के कूपर हॉस्पिटल में तो स्‍टाफ ने वैक्‍सीन लगवाने वालों का स्वागत मिठाइयों से किया है।

गौरतलब है कि जनवरी महीने की शुरुआत में ही भारत सरकार की ओर से ऑक्‍सफर्ड-एस्‍ट्राजेनेका की वैक्‍सीन और भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ को मंजूरी दी गई थी। जिसके बाद देश में कोरोना टीकाकरण का ड्राई रन किया गया था। जो कि सफल रहा था। ड्राई रन के सफल होने के बाद सीरम इंस्टिट्यूट में बनीं ऑक्‍सफर्ड-एस्‍ट्राजेनेका की वैक्‍सीन और भारत बायोटेक की वैक्सीन को देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया गया था। वहीं आज कोरोना की इन वैक्सीन को देने का कार्य शुरू हो गया है।

सीरम इंस्टिट्यूट की ओर से बनाई गई वैक्सीन का नाम ‘कोविशील्ड’ है। जबकि भारत बायोटेक की वैक्सीवन का नाम ‘कोवैक्सीन’ है। ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ की 1.65 करोड़ डोज को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बांटा गया है। कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत एक व्यक्ति को कुल दो डोज दी जाएगी। पहली डोज देने के 28 दिनों बाद दूसरी डोज दी जाएगी। एक सेंटर पर एक दिन में 100 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने के बाद आधे घंटे तक सेंटर पर ही रुकना होगा। अगर कोई तकलीफ इस दौरान होती है तो उसे हल किया जाएगा।

इस तरह से लगेगी वैक्सीन

सरकार के मुताबिक, अभी वैक्सीन को तीन चरणों में दिया जाएगा। सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले करीब दो करोड़ कर्मियों और फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम कर्मियों पर टीकाकरण का खर्च सरकार वहन करेगी। जबकि अन्य लोगों को खुद से पैसे देने होंगे।

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