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दुल्हन की तरह सज-धज के पति के अंतिम संस्कार में पहुंची पत्नी, नजारा देख नम हो गई हर आंखें

अपने पति को खोने का दर्द कोई भी महिला शब्दों में बयान नहीं कर सकती है। ऐसा ही कुछ हाल हिमाचल के शिमला में शहीद की विधवा पत्नी का था। वह अपने पति के अंतिम संस्कार में दुल्हन की तरह सजकर आई और रोते बिलखते पति को अलविदा कहा। दिल तोड़ देने वाला यह नजारा जिसने भी देखा उसकी आंखें नम हो गई। हर कोई इस वीरांगना की हिम्मत और जज्बे की तारीफ करने लगा। लोग बोलने लगे कि पति की तरह पत्नी भी बहादुर है।

दरअसल बुधवार सुबह पुलिस जवान 27 वर्षीय वीरेंद्र सिंह पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। यह अंतिम संस्कार जवान के पैतृक गांव कांगड़ा के मुल्थान में हुआ। इस दौरान जवान की विधवा पत्नी दुल्हन की ड्रेस पहन सज-धजकर आई। उसने नम आंखों से अपने पति को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर वीरेंद्र के साथी पुलिस जवान भी आए। उन्होंने वीरेंद्र को तिरंगा किया।

वीरेंद्र सिंह की शहादत की कहानी भी बड़ी इमोशनल है। बात 6 जनवरी शाम की है। वीरेंद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के शिमला में बर्फबारी के बीच फंसे पर्यटकों की सहायता कर रहे थे, इसी दौरान उन्हें शहादत प्राप्त हुई। वे और पुलिस की एक टीम कुफरी और छराबड़ा इलाके के लोगों की हेल्प करने जीप से जा रहे थे। इस जीप में 6 जवान थे। जब उनकी जीप चीनी बंगला से होकर गुजरी तो वहां बर्फ पर फिसल गई। गाड़ी सीधी मीटर गहरी खाई में जाकर गिरी। इस एक्सीडेंट के चलते वीरेंद्र की रीड की हड्डी टूट गई।

हादसे के बाद वीरेंद्र को IGMC शिमला में एडमिट किया गया। यहाँ उनका लगभग एक हफ्ते इलाज चला। हालांकि सोमवार शाम को वीरेंद्र ने अपने प्राण त्याग दिए। उनकी मौत की पुष्टि  SP शिमला मोहित चावला द्वारा की गई। वीरेंद्र के जाने के बाद उनके पूरे परिवार में शौक की लहर छा गई। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत बेकार है। वीरेंद्र घर में अकेले कमाने वाले थे। उनके पिता की मौत हो गई है। मां हमेशा बीमार रहती है। वैसे वीरेंद्र के चार जवान भाई भी है लेकिन फिलहाल वे कमाते नहीं है।

पति की शहादत के बाद पत्नी का रो रो के बुरा हाल है। वह एकदम से अकेली पड़ गई है। उधर सोशल मीडिया पर जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह अपनी आँखें नम होने से नहीं रोक पाया। अब दुल्हन के अवतार में पति के अंतिम संस्कार में पहुंची इस महिला की तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत शेयर भी की जा रही है। हर कोई उन्हें सहानुभूति दे रहा है।

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