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महिला दरोगा को खाने के लिए बुलाता रहा मकान मालिक लेकिन नहीं मिला कोई जवाब, कमरा खोलकर देखा तो..

यूपी पुलिस की महिला उप निरीक्षक आरजू पवार ने खुदकुशी करके अपनी जिंदगी खत्म कर दिया। आत्महत्या करने से पहले आरजू पवार ने एक नोट भी लिखा। जिसमें आरजू ने अपनी खुदकुशी करने की वजह का जिक्र किया है। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रहने वाली आरजू किराए के मकान में रहती थी। पुलिस के अनुसार सब इन्स्पेक्टर आरजू ने पंखे पर फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या की है।

मूल रूप से शामली जनपद के गांव भैंसवाल निवासी 32 वर्षीय आरजू पवार बीते ढाई वर्ष से अनूपशहर कोतवाली में बतौर उप निरीक्षक तैनात थीं। अनूपशहर के मोहल्ले नेहरू गंज में आरजू ने एक मकान किराए पर लिया था। आरजू हर रोज मकान मालिक के घर पर ही खाना खाती थीं। शुक्रवार शाम को आरजू अपने कमरे पर ही मौजूद थीं। शाम करीब 7:30 बजे मकान मालिक ने उसे खाना खाने के लिए आवाज दी। उस दौरान आरजू ने थोड़ी देर में नीचे आने की बात कही। लेकिन वो नीचे नहीं आईं और उसके फोन की घंटी कमरे में लगातार बजती रही।

मकान मालिक के अनुसार आरजू ने नीचे आने की बात कही थी। लेकिन कई घंटों तक वो नहीं आई। उसके कमरे से लगातार फोन बजने की आवजा सुनवाई दे रही थी। जिसपर वो आरजू को देखने के लिए उसके कमरे में गए। लेकिन आरजू ने कमरा नहीं खुला।  मकान मालिक ने पड़ोस में रहने वाले अन्य पुलिसकर्मियों को मामले की जानकारी दी। जिन्होंने मौके पर पहुंचकर कमरे के अंदर झांक कर देखा तो आरजू का शव दुपट्टे के फंदे पर लटका हुआ था। जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल थाना पुलिस व अन्य अफसरों को दी।

एसडीएम पदम सिंह और अन्य पुलिस अफसरों की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कर उनके कमरे का गेट तोड़ा गया। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। जिसमें आरजू ने लिखा है कि ‘मैं अपनी करनी के लिए स्वयं ही जिम्मेदार हूं यही मेरी करनी का फल है’ आत्महत्या के कारणों की अभी स्पष्ट जानकारी नहीं हो सकी है।


पूरे मामले में एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि महिला सब इंस्पेक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मामले की जांच की जा रही है। दो लाइन का सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए स्वयं को जिम्मेदार माना है और लिखा है कि ये मेरी करवी का फल है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। अभी तक आरजू ने किस कारण से ये कदम उठाया है। इसके बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। परिजनों को मामले की सूचना दे दी गई है।

जानकारी के अनुसार आरजू पवार 2015 बैच की एसआई है। वो शामली की रहने वाली थी। उनकी तैनाती उप निरीक्षक के तौर पर बुलंदशहर में थी। इसलिए वो किराए के घर में रहती थी।

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