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CCTV की मदद से प्रिंस तक पहुंची पुलिस, दो महीने पहले अस्पताल से गायब किया गया था बच्चा

बिहार के पीएमसीएच से चोरी हुए एक बच्चे को पुलिस ने खोज निकाला है और बच्चे को उसके मां-बाप को सौंप दिया गया है। ये बच्चा दो महीने पहले चोरी किया गया था और तभी से पुलिस इसकी खोज में लगी हुई थी। पुलिस के अनुसार चोरी हुआ बच्चा ग्रेटर नोएडा से मिला है। पुलिस ने बताया कि बच्चे का नाम प्रिंस है और इसके परिवार वाले समस्तीपुर के रहने वाले हैं। धर्मेंद्र चौपाल और मनीषा ने अपने बेटे के चोरी होने की शिकायत पुलिस से की थी।

इस साल 24 अगस्त को एक साल के प्रिंस को पीएमसीएच से चोरी किया गया था। ममता नाम की महिला ने प्रिंस की चोरी की थी। जिसे पुलिस ने पकड़ लिया है। ममता ने पुलिस को बताया कि कैसे उसने प्रिंस की चोरी अस्पताल से की। ममता के अनुसार वो बेहद ही गरीब है और उसके पति ने उसे छोड़ दिया है। जिसके बाद से वो अपने एक प्रेमी के साथ किराए के घर में रह रही है। पैसों की कमी की वजह से उसने बच्चा चुराने का सोचा।

ममता ने बताया कि वो 24 अगस्त की सुबह पीएमसीएच पहुंची। यहां पर वो बच्चा चुराने के लिए आई थी। यहां पर वो छोटे-छोटे बच्चों की तलाश कर रही थी। वहीं दोपहर को उसे प्रिंस दिखा जो कि अपने पिता की नानी के साथ खेल रहा था। नानी से बच्चा चुराना ममता को आसान लगा। ममता जाकर नानी के पास बैठ गई और नानी से ममता ने दोस्ती कर ली। उसके बाद ममता प्रिंस को लेकर घूमने लगी। ममता प्रिंस और उसकी नानी को पीएमसीएच के पीछे गंगा किनारे ले गई और ऑटो में इन्हें बैठकर मीठापुर ले आई। ममता का प्रेमी रोहित पहले से ही वहां मौजूद था। उसने डरा धमका कर नानी को भगा दिया और फिर दोनों वहां से बच्चे को लेकर पहले गर्दनीबाग और फिर परसा बाजार पहुंच गए। अगले दिन 25 अगस्त को ये दोनों सिंटू और धर्मराज उर्फ डीके से मिले। एक लाख रुपया लेकर बच्चे को उनके हवाले कर दिया।

सिंटू बच्चे को लेकर दिल्ली आ गया और उसने 26 अगस्त को ग्रेटर नोएडा में प्राइवेट कंपनी में अकाउंटेंट का काम करने वाले सोनल प्रकाश और उसकी पत्नी को बच्चा बेच दिया। तब से बच्चा वहीं रह रहा था। प्रिंस के परिवार वालो ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद पटना पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से ममता की पहचान की। इसी आधार पर मामले की जांच आगे बढ़ी और दो महीने बाद एक साल के प्रिंस को पटना पुलिस ने ग्रेटर नोएडा से बरामद कर लिया है। प्रिंस अब अपने माता-पिता के पास है।

सोमवार को आईपीएस अधिकारी शुभम आर्य ने बताया कि शुरुआत में ही सीसीटीवी फुटेज में बच्चे को गोद में लेकर ममता जाती हुई दिखी। उसका स्केच बनाया गया और जारी किया गया। ममता का क्लू मिला और परसा बाजार में छापेमारी कर उसे और उसके प्रेमी को पकड़ा गया। पूछताछ में कई बार उसने पुलिस के सामने झूठ बोला। लेकिन बाद में सच बता दिया। ममता का प्रेमी पहले से ही एक अपराधी है।

पुलिस को पूछताछ में इनसे सिंटू के बारे में पता चला। जिसे पकड़ लिया गया। इसने धर्मराज और सोनल प्रकाश के बारे में बताया। पुलिसे ने ग्रेटर नोएडा जाकर बच्चे को इनके पास से रिहा करवा दिया। इस मामले में पुलिस ने कुल 5 लोगों को पकड़ा है।

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