बॉलीवुड

सुशांत केस में कृष्णा अभिषेक ने कहा- ‘इंडस्ट्री के लोग पहले बहुत उड़ते थे, लेकिन अब तो….’

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कथित सुसाइड मामले की जांच जब से सीबीआई कर रही है, तब से इस मामले में हर रोज नए नए खुलासे हो रहे हैं। यही नहीं तफ्तीश और जांच पड़ताल की कार्रवाई में भी काफी तेजी आई है। बता दें कि सुशांत सुसाइड केस में एक्टर के सभी करीबियों से सघन पूछताछ की जा रही है। इसी बीच कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक ने सुशांत मामले में एक बयान दिया है, जो बॉलीवुड इंडस्ट्री को नागवार गुजर रही है। आइये जानते हैं, आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है …

सुशांत सिंह राजपूत मामले में कृष्णा ने कहा कि एक्टर का निधन फिल्म इंडस्ट्री के कई लोगों के लिए वेक अप कॉल है। साथ ही उन्होंने कहा कि सुशांत के साथ हुए हादसे के बाद मेंटल हेल्थ पर भी काफी फोकस किया जा रहा है। कृष्णा ने कहा मेंटल हेल्थ काफी मायने रखता है, अगर ये ठीक न हो तो आप काम नहीं कर पाएंगेे। कृष्णा का मानना है कि सुशांत के निधन के बाद लोग अपने मानसिक स्थिति का ध्यान रख रहे हैं।

 

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Really was proud of u when u started doing films such a hard working and dedicated person made a mark. I don’t know y this happened am really sad

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जो लोग हवा में उड़ते थे, वो अब शांत हैं…

कृष्णा ने इसके आगे कहा कि पहले लोग बॉलीवुड इंडस्ट्री में बहुत गलत तरीके से बिहेव करते थे। कुछ लोग खुद को इंडस्ट्री का राजा समझते थे, लेकिन अब वो सभी लोग शांत हो गए हैं। यही नहीं उन्होंने आगे कहा कि इंडस्ट्री के कुछ लोग बहुत हवा में उड़ रहे थे, वे लोग अब कुछ नहीं बोल रहे हैं। कृष्णा ने इससे पहले कहा था कि जब मुझे सुशांत के निधन की खबर मिली तो मैं बहुत रोया था, वो मेरा बहुत अच्छा दोस्त था। हम दोनों ने डांस शो में हिस्सा लिया था, वो काफी टैलेंटेड था।

कृष्णा कहते हैं कि सुशांत ने सुसाइड करके अच्छा नहीं किया, क्योंकि देश के करोड़ों युवा उन्हें अपना आइडल मानते थे, लेकिन मैं आशा करता हूं कि उन युवाओं पर सुशांत के मौत का असर न पड़े। साथ ही मैं ये उम्मीद करता हूं कि सुशांत के मौत के बाद वे अपने सपने पूरे करने से डरे नहीं।

 हां मैं गोविंदा का भांजा हूं लेकिन…

कृष्णा ने कहा था कि हां मैं गोविंदा का भांजा हूं, लेकिन वो नहीं आते मेरे लिए काम करने मैं खुद काम करता हूं। हां वो जरूर मुझे काम दिलवा सकते हैं, लेकिन उसके बाद मुझे अपने टैलेंट के दम पर ही काम करना होगा। इसमें कहीं भी नेपोटिज्म नहीं आता है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि किसी के परिवार का बैकग्राउंड उसका भविष्य तय नहीं करता है और कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी फैमिली की बैकग्राउंड फिल्मी हो। अगर ऐसा होता, तो मैं आज वरूण धवन की जगह होता। ऐसा ही वरूण भी सोचता होगा कि वो आज किसी और की जगह होता।  कृष्णा कहते हैं कि सभी की अपनी अपनी जर्नी और स्ट्रगल है।

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