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शहीद बेटे का पार्थिव शरीर देख मां का हुआ बुरा हाल, 6 दिसंबर को होने थी शादी

अंतिम यात्रा के दौरान 'जब तक सूरज चांद रहेगा, प्रशांत तेरा नाम रहेगा' और पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए गए

कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए प्रशांत शर्मा का पार्थिव शरीर रविवार सुबह उनके घर पहुंचा और अपने बेटे के शव को देखकर परिवार वालों का बुरा हाल हो गया। शव देखते ही मां बेहोश हो गई। जबकि मंगेतर के आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। शहीद प्रशांत शर्मा मुजफ्फरनगर के रहने वाले थे और इनका पैतृक गांव बागपत जनपद का बिजरौल उदासी है, इनके शहीद होने की खबर से दोनों गांवों में मातम का माहौल बना हुआ है।

लगाए गए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे

प्रशांत शर्मा के पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा के दौरान ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, प्रशांत तेरा नाम रहेगा’ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए गए। प्रशांत शर्मा के पिता ने बेट के शव को मुख्याग्नि दी और नम आंखों से अपने बेटे को अलविदा कहा।

इसी साल होने थी शादी

प्रशांत शर्मा के पिता भी सेना में थे। इनके पिता शीशपाल वर्ष 2003 में सेना में नायक पद से रिटायर हुए और वर्तमान में ये नरा बिजलीघर पर सिक्योरिटी गार्ड के पद पर सेवा दे रहे हैं। प्रशांत की एक बहना भी है जिसका नाम प्रियंका है। इसी साल प्रियंका की शादी हुई थी। जबकि प्रशांत की शादी मेरठ के अरनावली गांव में तय की गई थी।

प्रशांत शर्मा 15 फरवरी को ही घर आए थे और अपनी बहन की शादी इन्होंने करवाई थी। साथ में ही प्रशांत के परिवार वालों ने उनकी शादी भी तय कर दी थी। जो कि 6 दिसंबर को होने थी।

फोन पर की थी पिता से बात

प्रशांत ने अंतिम बार बृहस्पतिवार को अपने पिता और छोटे भाई निशांत से फोन पर बात की थी। इस दौरान शादी की तैयारियों को लेकर इनके बीच बात हुई थी। वहीं शुक्रवार को देर रात लगभग एक बजे कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में ये शहीद हो गए। ये मुठभेड़ करीब आठ घंटे तक चली थी। इस दौरान सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। जबकि सेना का एक जवान शहीद हुआ था, जो कि प्रशांत थे।

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