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रिया चक्रवर्ती का पॉलिग्राफ टेस्ट कर सकती है CBI, जाने रिया ने मना किया तो क्या होगा

सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) केस में रोज़ नए नए खुलासे हो रहे हैं। अब तो इस केस में सीबीआई भी जमकर छानबीन कर रही है। इस केस की मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) भी सीबीआई के निशाने पर है। 8 दिनों से सुशांत केस में लगी हुई सीबीआई ने कल रिया से करीब दस घंटे पूछताछ की थी। इसके अलावा बाकी मुख्य आरोपियों और गवाहों से भी एक बार फिर से पूछताछ होगी। यह भी बताया जा रहा है कि सीबीआई सभी आरोपियों को एक साथ बैठा कर भी सवाल जवाब कर सकती है।

हो सकता है रिया का पॉलिग्राफ टेस्ट

इस बीच खबर आ रही है कि सीबीआई इस केस को सुलझाने के लिए रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक चक्रवर्ती, सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी, कुक नीरज और सैमुअल मिरांडा सहित मुख्य आरोपियों का पॉलिग्राफ टेस्ट (Polygraph test) यानि कि लाई डिटेक्टर टेस्ट (lie detector test) भी कर सकती है।

ये है प्रक्रिया

पॉलिग्राफ टेस्ट सीबीआई द्वारा ज़्यादातर हाई-प्रोफाइल केसेज में किया जाता है। इसके लिए जिस व्यक्ति का पॉलिग्राफ टेस्ट होना है उसकी अनुमति ली जाती है। इस टेस्ट के एक्सेस वकील के पास भी होते हैं। हालांकि इसके लिए उन्हें पहले जूडिशल मजिस्ट्रेट से इजाजत लेनी होती है।

रिया ने टेस्ट से इनकार किया तो?

यदि रिया चक्रवर्ती या किसी ने इस टेस्ट लिए अपना अप्रूवल नहीं दिया तो सीबीआई इस बात को अपनी फाइनल रिपोर्ट में लिखती है। बता दें कि टेस्ट के बाद जो बातें सामने आती है उन्हें सबूत के तौर पर नहीं दिखाया जा सकता है, हालांकि सीबीआई इन बातों को अपनी फाइनल रिपोर्ट में ऐड कर सकती है।

क्यों करना पड़ता है पॉलिग्राफ टेस्ट?

पॉलिग्राफ टेस्ट अधिकतर तब होता है जब गवाहों के बयान आपस में मेल नहीं खाते हैं। सुशांत केस में भी ऐसा हो रहा है। नीरज, सिद्धार्थ पिठानी और सैमुअल मिरांडा को सीबीआई ने कई बार बुला सवाल किए थे। ऐसे में सभी गवाहों के बयानों में अंतर आने पर लाई डिटेक्टर टेस्ट की जरूरत महसूस हुई। यह टेस्ट होने के बाद सीबीआई को किसी भी नतीजे तक पहुंचने में बहुत मदद मिल सकती है।


गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने मुंबई स्थित बांद्रा वाले फ्लैट में पंखे से लटक आत्महत्या कर ली थी। हालांकि कुछ लोगों को ये खुदखुशी कम और मर्डर ज्यादा लग रहा है। यही वजह थी कि इस केस में सीबीआई जांच की मांग उठी थी।

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