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प्रेमिका को मारने के बाद कब्र पर बैठकर पीता था रोज शराब, मिली उम्रकैद की सजा, पढ़ें पूरी कहानी

सीरियल किलर उदयन दास को कोर्ट द्वारा उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। उदयन दास पर अपने माता-पिता और प्रेमिका की हत्या का आरोप था। जिसमें ये दोषी पाए गया है। साल 2016 में इसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था और इसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। ये केस उदयन की प्रेमिका आकांक्षा के घर वालों की शिकायत पर पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में दर्ज किया गया था। दरअसल आकांक्षा के परिवार वालों की ओर से अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। वहीं जब पुलिस ने जांच की तो पाया, उदयन दास ने आकांक्षा की हत्या की है। वहीं उदयन दास कौन था, आकांक्षा के परिवार वालों को इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी।

क्या है पूरा मामला

उदयन दास ने फेसबुक पर अपने कई सारे फर्जी अकाउंट बना रखे थे। एक अकाउंट में अपने बारे में उदयन दास ने लिखा था कि वो अमेरिका का रहने वाला है। फेसबुक के जरिए साल 2007 में आकांक्षा और उदयन दास की दोस्ती हुई, जो कि जल्द प्यार में बदल गई। वहीं उदयन के साथ रहने के लिए आकांक्षा ने अपने परिवार वालों से झूठ बोला और कहा कि उसे अमेरिका में नौकरी लग गई है। ये कहकर आकांक्षा घर से चले गई। साल 2016 में आकांक्षा दिल्ली में आकर उदयन से मिली। उसके बाद आकांक्षा भोपाल के साकेत नगर स्थित उदयन के घर में उसके साथ रहने लगी।

आकांक्षा को लगता था कि उदयन दास अमेरिका में नौकरी करता है। वहीं भोपाल आने के बाद उसके सामने उदयन की सच्चाई सामने आई। जिसके बाद उदयन के साथ आकांक्षा की लड़ाई होने लग गई। इस दौरान उदयन ने आकांक्षा से लाखों रुपये भी हड़प लिए थे। वहीं 23 जुलाई 2016 को उदयन ने आकांक्षा की हत्या कर दी। आकांक्षा के परिवार वालों को शक ना हो, इसके लिए उदयन आकांक्षा की व्हाट्सएप चैट के जरिए उसके घर वालों से बात करता था। हालांकि दिसंबर में आकांक्षा का घर वालों से संपर्क टूट गया था। जिसके बाद जनवरी 2017 में आकांक्षा के परिजनों ने बांकुड़ा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।

पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और पाया कि आकांक्षा की अंतिम लोकेशन भोपाल के साकेत नगर इलाके की थी। उसके बाद पुलिस ने उदयन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। उदयन ने पुलिस को बताया कि उसने आकांक्षा शर्मा की हत्या गला दबा कर की थी और उसके शव को घर में दफनाकर उसपर चबूतरा बना दिया था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो प्रेमिका के शव पर ही बैठ कर शराब पीता था। उदयन के इस खुलासे के बाद पुलिस ने कब्र को खोद कर आकांक्षा का शव उसमें से निकाला था।

साल 2010 में की थी माता पिता की हत्या

उदयन ने आकांक्षा को मारने से पहले अपने माता पिता की भी हत्या की थी और उन्हें अपने रायपुर स्थित आवास पर मारा था। साल 2010 में माता पिता की हत्या करने के बाद उदयन ने अपने रिश्तेदारों से कहा कि उसके माता-पिता अमेरिका में रहने के लिए चले गए हैं। हालांकि आकांक्षा केस में जब इसे पकड़ा गया, तो इसने पुलिस के सामने कबूला की उसने अपने माता पिता को मार कर उन्हें बगीचे में दफना दिया था। उसके बाद फर्जी तरीके से ये माता-पिता के नाम पर पेंशन लेता था।

वहीं अब उदयन को उसके अपराधों की सजा मिल गई है और मंगलवार को बंगाल के बांकुड़ा के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने इसे उम्र कैद की सजा सुनाई है। हालांकि सजा सुनाए जाने के बाद उदयन के वकील अभिषेक विश्वास ने मीडिया से कहा कि वो इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।

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