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मंदिर के बाहर बैठ मांगता है भीख, फिर भी कोविड-19 केयर फंड में जमा कर दिए 90000 रूपए

आज पूरा देश कोरोना महामारी के कहर से परेशान है। इस वायरस ने देश की अर्थव्यवस्था को जोरदार झटका दिया है। ऐसे में इस महामारी और इससे पैदा हुई परिस्थितियों से लड़ने के लिए अच्छी ख़ासी रकम की जरूरत है। यही वजह है कि कोरोना काल में कई लोग दान करने के लिए आगे आए। बड़े बड़े सेलिब्रिटीज से लेकर आम जनता तक ने इसमें खुलकर दान दिया। कहीं बच्चों ने गुल्लक तोड़े तो कहीं महिलाओं ने अपनी जमा की सेविंग दान कर दी। इस बीच आज हम आपको एक ऐसे बाबा से मिलने जा रहे हैं जो भिक्षा मांग काम चलाते हैं लेकिन फिर भी उन्होने COVID19 राहत फंड में हजारों रुपए जमा करा दिए।

कोविड 19 फंड में दान किए 90,000 रूपए

इनसे मिलिए, ये हैं पूलपंडियन, जो कि तमिलनाडु के मदुराई में रहते हैं। पूलपंडियन एक भिखारी हैं और उन्होने हाल ही में कोविड 19 फंड में 90,000 रूपए दान किए हैं। एक भिखारी के लिए यह बहुत बड़ी रकम होती है। पूलपंडियन एक बुजुर्ग व्यक्ति भी हैं, वे चाहते तो यह पैसा अपने लिए बचाकर रख सकते थे, लेकिन उन्होने इतनी बड़ी रकम कोरोना से लड़ने के लिए दान कर दी।

मिला समाजसेवी का टाइटल

न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान भिक्षा मांगने वाले पूलपंडियन ने कहा कि वे यह पैसा दान कर बहुत खुश हैं। इसकी एक वजह ये भी है कि जिला कलेक्‍टर ने उन्हें यह नेक काम करने के लिए समाजसेवी का टाइटल दिया है।

पहले भी किया था दान

बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब भीख मांग गुजारा करने वाले पूलपंडियन ने पैसे दान किए हो। इसके पहले मई माह में भी उन्होने राज्य सरकार को 10 हजार रूपए दान किए थे। उस दौरान यह दान करते हुए उन्होने कहा था कि पहले मैं यह पैसा एजुकेशन फंड में दान करने वाला था, लेकिन देश में कोरोना फिलहाल बड़ा मुद्दा है, इसलिए मैंने यह पैसे इसमें दान कर दिए।

लोगों ने की तारीफ

पूलपंडियन मदुराई के एक मंदिर के बाहर बैठ भीख मांगते हैं। सोशल मीडिया पर जब लोगों को इस बारे में पता चला तो उन्हें बड़ी खुशी हुई। हर कोई पूलपंडियन की तारीफ करने लगा।

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