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दिल्ली NCR में पुलिस ने बढ़ाई दबिश, पकड़ में आने ही वाला था इनामी अपराधी विकास दुबे मगर..

कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों को मारने के बाद से गैंगस्टर विकास दुबे फरार होकर दिल्ली से सटे फरीदाबाद में छुपा हुआ था। जिसके बाद कल रात उत्तर प्रदेश पुलिस ने फरीदाबाद के एक होटल में छापा मारा था। हालांकि पुलिस के आने से पहले ही विकास दुबे फरार हो गया। सूत्रों के मुताबिक विकास फरीदाबाद के सेक्टर-87 में अपने एक रिश्तेदार के घर रुका हुआ था। जबकि इसने अपने साथियों अंकुर और प्रभात  को होटल में रुकवाया था। विकास इन दोनों से मिलने के लिए होटल गया था। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही विकास वहां से भाग निकला। जबकि अंकुर और प्रभात को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस दोनों के पास से पुलिस को 2 पिस्टल भी मिली हैं। जो कि यूपी पुलिस की हैं। दरअसल बिकरू में पुलिसवालों की हत्या करने के बाद इन्होंने उनके हथियार भी लूट लिए थे।

विकास के साथी को मार गिराया

अमर दुबे

वहीं दूसरी तरफ बुधवार सुबह उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने हमीरपुर में विकास दुबे के करीब अमर दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया है। एफआईआर में अमर दुबे का नाम 14वें नंबर पर था और वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट में ये पहले नंबर पर था। 3 जुलाई को कानपुर में हुई वारदात में अमर भी शामिल था और आरोप है कि इसने अन्य बदमाशों के साथ मिलकर बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्रा को मारा था।

विकास का था राइट हैंड

अमर दुबे और विकास दुबे

अमर को विकास का राइट हैंड माना जाता था और उसपर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था। वहीं अमर के साथ पुलिस की हुई मुठभेड़ में एसआई मनोज शुक्ला और एसटीएफ का एक सिपाही घायल हुए है। पुलिस के अनुसार उन्हें अमर के हमीरपुर में होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची और मुठभेड़ शुरू हो गई। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि अमर को सरेंडर करने के लिए कहा गया था। लेकिन उसने फायरिंग कर दी और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे मारा गया। अमर के पास से ऑटोमैटिक गन भी पुलिस ने बरामद की है।

बेरहमी से की थी देवेंद्र मिश्रा की हत्या

3 जुलाई को अमर ने 10 बदमाशों के साथ मिलकर सीओ देवेंद्र मिश्रा की बुरी तरह से हत्या की थी। कहा जाता है कि ये अपराधी मिश्रा को घसीटकर विकास दुबे के मामा प्रेम कुमार पांडे के घर में गया था। वहां पर देवेंद्र मिश्रा पर धारदार हथियार से वार किया गया और गोलियों से भून दिया गया। वहीं प्रेम कुमार पांडे एनकाउंटर में पहले ही मारा जा चुका है।

पुलिस के अनुसार शूटआउट के बाद अमर और विकास एक साथ ही फरार हुए थे। लेकिन औरैया से ये अलग हो गए था। औरैया में दिबियापुर हाइवे पर रविवार को लावारिस कार मिली थी और इस गाड़ी में अमर के डॉक्यूमेंट मिले थे। जिनकी मदद से पुलिस को पता चला की इसका घर लखनऊ में भी है और ये विकास का रिश्तेदार है।

इनके अलावा पुलिस ने विकास के साले ज्ञानेंद्र प्रकाश को मध्य प्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया है। विकास दुबे की गैंग में शामिल जय बाजपेई और श्यामू बाजपेयी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

गुड़गांव भागने की फिराक में है विकास

फरीदाबाद से भागकर विकास अब गुड़गांव में एंट्री कर सकता है। गुड़गांव के कमिश्नर केके राव ने एक ऑडियो मैसेज में कहा है कि विकास के पास गाड़ी नहीं है और वे थ्री-व्हीलर या टैक्सी से मूवमेंट कर सकता है। इसलिए सभी बॉर्डर पर नजर रखी जाए। इस समय यूपी, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश और हरियाणा में विकास को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।

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