राजनीति

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया लोगों को डरा रहे हैं- गृहमंत्री अमित शाह

कोरोना को लेकर दिल्ली की हालत पर अमित शाह ने की चर्चा

कोरोना संकट दिनों दिन गहराता जा रहा है। इस महामारी के फैलने की रफ्तार काफी तेज है और यह रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। भारत की बात करें, तो यहां संक्रमितों की संख्या 5 लाख के पार हो चुकी है। वहीं देशभर में कोरोना की वजह से 15 हजार से ज्यादा मौतें भी हो चुकी हैं। कोरोना वैश्विक महामारी संकट से भारत में सबसे ज्यादा जो राज्य प्रभावित हैं, वो महाराष्ट्र और दिल्ली हैं। इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का एक बयान सामने आया है। आइये जानते हैं, आखिर उन्होंने क्या कहा…

अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के एक गैर जिम्मेदाराना बयान से दिल्ली वालों में खौफ पैदा हो गया है और वो भय में जी रहे हैं। बता  दें कि पिछले दिनों दिल्ली की तुलना वुहान से की जाने लगी थी। याद दिला दें कि वुहान चीन का वो शहर है, जहां से कोरोना वायरस की शुरूआत हुई थी।

घबराए नहीं- अमित शाह

अमित शाह

दिल्ली की तुलना वुहान से किए जाने पर अमित शाह ने कहा कि जून के दूसरे सप्ताह में मनीष सिसोदिया का बयान आता है कि ‘जुलाई तक सिर्फ दिल्ली में 5.5 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो जाएंगे।’ गृहमंत्री ने कहा कि सिसोदिया के इस बयान से दिल्ली की जनता में घबराहट है और यहां खौफ की स्थिति पैदा हो गई है।

अमित शाह और मनीष सिसोदिया

गृह मंत्री ने कहा कि डिप्टी सीएम से पहले सीएम अरविंद केजरीवाल का एक बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का ही इलाज हो सकेगा।’  केजरीवाल के इस बयान पर अमित शाह ने कहा कि मैं भी दिल्ली के बाहर का हूं, मैं कहां जाऊंगा? अमित शाह ने कहा कि मैंने एक मीटिंग बुलाई और इस फैसले को बदला।

केंद्रीय गृहमंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि मैंने मीटिंग बुलाई थी, उसमें दिल्ली के सीएम, डिप्टी सीएम, स्वास्थ्य मंत्री और साथ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी शामिल थे। अमित शाह कहते हैं कि इस मीटिंग में हम लोगों ने बहुत सारे निर्णय लिए और मैं ये कह सकता हूं कि 31 जुलाई तक दिल्ली में 5.5 लाख संक्रमित नहीं होंगे।

दिल्ली में कम्यूनिटी स्प्रेड नहीं – केंद्रीय गृहमंत्री

अमित शाह ने अपने इस इंटरव्यू में दावा किया है कि अभी दिल्ली में कम्यूनिटी स्प्रेड जैसी कोई स्थिति नहीं है और बेवजह खौफ में रहने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि पहले कोरोना आइसोलेशन बेड की कीमत 24 से 25 हजार रूपए थी, जो अब 8 से 10 हजार रूपए कर दी गई है।

साथ ही उन्होंने कहा कि ICU का चार्ज  बिना वेंटिलेटर के 34 से 43 हजार रूपए था, जिसे अब 13-15 हजार रूपए तय किया गया है। वहीं वेंटिलेटर के साथ ICU का चार्ज 44 से 54 हजार रूपए था, जिसे अब 15-18 हजार रूपए कर दिया गया है। इसमें रहने, टेस्टिंग और साथ में दवाईयों का खर्च भी शामिल है। अमित शाह बताते हैं कि दिल्ली में 350 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों का अंतिम संस्कार भी नहीं हुआ था। हमने ये तय किया कि 2 दिनों के भीतर सभी लोगों का उनके धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाए।

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