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अब पैंगोंग झील के पास चीन ने बढ़ाई सैनिकों की संख्या, सीमा के पास बना रहा है हैलीपेड

पैंगोंग झील के पास चीन सैनिकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और चीन ने काफी अधिक संख्या में अपने सैनिक यहां तैनात कर दिए हैं। खबरों के अनुसार चीन ने लद्दाख के पैंगोंग झील के उत्तरी छोर पर अपनी सेना की संख्या बढ़ाना शुरू कर दी है। जिससे की ये साफ है कि चीन सीमा विवाद को खत्म नहीं करना चाहता है।

सीमा के पास बना रहा है हैलीपेड

इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के अनुसार चीन पैंगोंग झील के पास एक हैलीपेड भी बना रहा है और इस जगह पर अधिक सैनिकों को तैनात किया गया है। चीन की और से सीमा पर की जा रही इन हरकतों के बाद से भारतीय सेना अलर्ट हो गई है और ऐसा माना जा रहा है कि चीन सीमा से आगे बढ़ने की कोशिश कर सकता है।

हालांकि इस दौरान चीन की और से बार-बार शांति बनाए रखने की बात भी की जा रही है। लेकिन हकीकत में चीन सीमा पर अपनी स्थिति को मजबूत करने में लगा हुआ है।

अधिकारी ने भी की पुष्टि

रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने भी इस चीज की पुष्टि की है। रक्षा मंत्रालय के अधिकार ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया कि ये सही है कि चीनी सैनिक अपनी स्थिति मजबूत करने को कोशिश कर रहे हैं और उत्तरी पैंगोंग इलाके में निर्माण कार्य किया जा रहा है। पैंगोंग के फिगर चार के पास चीन हैलीपेड भी बना रहा है।

 

वहीं अखबार ने एक और अन्य अधिकारी के हवाले से लिखा है कि चीन पैंगोंग झील के दूसरे छोर पर निर्माण कार्य कर रहा है। ये काम अभी तक किए जा रहे निर्माण कार्यों के अतिरिक्त है। चीन के इस फैसले से लग रहा है कि वो शांति नहीं चाहता है। वो अप्रैल जैसी स्थिति फिर से बहाल रख रहा है।

हिंसक झड़प के बाद चीन ने उठाया ये कदम

15 जून को भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस हिंसक झड़प में दोनों सेनाओं को भारी नुकसान हुआ था। हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। जबकि चीन के भी काफी सैनिक हताहत हुए थे। हालांकि चीन ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस हिंसक झड़प में उसके कितने सैनिक मारे गए हैं। वहीं इस हिंसक झड़प के बाद से ही सीमा में तनाव का माहौल है। चीन ने सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती तेज कर दी है। जिसके बाद भारत ने भी सैनिकों की संख्या लद्दाख सीमा पर बढ़ना शुरू कर दी है। इतना ही नहीं भारत सरकार ने सेना को किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी छूट भी दे दी है।

भारत ने शुरू किया युद्धाभ्यास

सीमा पर तनाव के बीच भारतीय वायु और थल सेना ने लद्दाख सीमा पर संयुक्त युद्धाभ्यास भी किया है। इस युद्धाभ्यास में वायुसेना के अत्याधुनिक तकनीक विमान सुखोई शामिल किए गए हैं। युद्धाभ्यास के जरिए सैनिकों को एक जगह से दूसरी जगह पर तेजी से ले जाने की प्रेक्टिस की जा रही है।

क्या है पूरा मामला

चीन गलवान घाटी पर अपना दावा कर रहा है। वहीं भारत ये साफ कर चुका है कि इस जगह पर चीन का कोई हक नहीं है। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्त्री ने भी चीन को दो टूक कहा है कि चीन का गलवान घाटी पर दावा गलत है। उसे इस तरह के दावे करने से कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव न हो इसका एक मात्र उपाय ये है कि चीन एलएएसी पर नए निर्माण करना तुरंत बंद करे। लेकिन चीन लगातार निर्माण कार्य कर रहा है।

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