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‘मेरे अंतिम संस्कार में मुझ से 10 फीट दूर रहना’ लिख फंदे पर झूल गया कोरोना पॉजिटिव

कोरोना वायरस (Corona Virus) इन दिनों हर किसी के लिए मुसीबत बना हुआ है. रोज ये किसी ना किसी को अपनी चपेट में लेता है. इस वायरस की सबसे बुरी चीज यह है कि ये आम फ़्लू के मुकाबले बहुत तेजी से फैलता है. इस कारण इसका संक्रमण पूरी दुनिया में तेजी से फ़ैल रहा है. यही वजह है कि इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंस पर जोर दिया जा रहा है. कोरोना की वजह से लोगों के अंदर डर भी है. कुछ लोग तो इसे लेकर इतने अधिक सेंसिटिव हो जाते हैं कि आत्महत्या जैसा बड़ा कदम तक उठा लेते हैं. अब ऐसा ही एक मामला हरियाणा के अंबाला से आ रहा है.

कोरोना पॉजिटिव ने किया सुसाइड

अंबाला के मेडिकल कॉलेज की बाथरूम में गुरुवार को एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसे देख हर कोई हैरान था. यहाँ यमुनानगर के जगाधरी सेक्टर 17 में रहने वाले एक 55 वर्षीय आदमी ने सुसाइड कर लिया था. मृतक को 13 जून को अपने कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला था. तबियत बिगड़ने पर उसे यमुनानगर के अस्पताल में एडमिट किया गया था.

बाथरूम के बहाने गया था

डॉक्टरों ने बाताया कि दो दिन पहले ही उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई थी. ऐसे में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था. गुरुवार के दिन मरीज ने कहा कि उसे बाथरूम जाना हैं. इसलिए वेंटिलेटर उसके कहने पर हटा दिया गया. जब बहुत डरकर वो लौटकर नहीं आया तो उसकी तलाश शुरू हुई.

खुदखुशी से पहले परिवार को भेजा संदेश

मृतक ने बाथरूम के अंदर ही अपने शर्ट और पेंट से फंदा बना आत्महत्या कर ली थी. मरने से पहले उसने अपने परिवार को एक मैसेज भी भेजा था. उसने लिखा था – “अंतिम संस्कार में सभी लोग मुझ से 10 फीट की दूरी पर रहे.

पुलिस के अनुसार मृतक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसके परिवार को भी आइसोलेट कर दिया गया था. शुरूआती जांच में पुलिस को आत्महत्या की वजह कोरोना का खौफ लग रही है. उधर इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

बता दें कि हाल ही में दिल्ली के द्वारका में भी एक 56 वर्षीय आईआरएस शिवराज सिंह ने कोरोना के डर से आत्महत्या कर ली थी. उनकी तो कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव आई थी. लेकिन फिर भी वे काफी डरे हुए थे. इसलिए उन्होंने अपनी कार में बैठ एसिड पीकर सुसाइड कर लिया था. सूत्रों के अनुसार वे नहीं चाहते थे कि कोरोना होने पर उनके घर वाले परेशान हो.

भारत में अभी तक कोरोना के 3 लाख 81 हजार से अधिक केस सामने आ चुके हैं. इनमे से 2 लाख 5 हजार लोग कोरोना को हरा ठीक हो चुके हैं. वहीं 12,573 लोगों की इस खतरनाक वायरस के कारण जान जा चुकी है. देशभर में चल रहा लॉकडाउन भी अब अनलॉक में तब्दील हो गया है. कुछ ख़ास छूटों और नियम पालन की शर्त के साथ जन जीवन सामान्य हो रहा है. फिलहाल कोरोना की कोई वैक्सीन आम जनता के लिए उपलब्ध नहीं है. इसलिए सभी को इस वायरस से सावधान रहने की जरूरत है. हालाँकि यदि ये आपको चपेट में ले लेता है तो घबराए नहीं और इसका प्रॉपर इलाज करवाए.

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