जुलाई में हो सकती है 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं, जानें परीक्षाओं को लेकर सरकार का क्या है प्लान
देश में परीक्षाओं को किस तरह से करवाया जाए इसको लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय को एक प्लान सौंपा है और इस प्लान को लेकर इन दोनों मंत्रालयों से राय मांगी है। कोरोना संक्रमण के कारण देश में कई परीक्षाओं को रद्द किया गया था और अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय इन परीक्षाओं को करवाने पर विचार कर रहा है। जिसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने परीक्षाओं को कैसे करवाया जाए इसका एक प्लान बनाया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जुलाई में परीक्षाएं करवाने का प्लान तैयार किया है। इस प्लान में दसवीं, बारहवीं की सीबीएसई व आईसीएसई बोर्ड की परीक्षाओं के साथ विश्वविद्यालयों की भी परीक्षाएं शामिल हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की और से नीट और जेईई मेंस की परीक्षा भी जुलाई में करवाने का प्लान तैयार किया गया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नीट की परीक्षा को 26 जुलाई को और जेईई मेंस की परीक्षा 18 से 23 जुलाई के बीच करवाने का प्रस्ताव पेश किया है। हालांकि सबसे बड़ी चिंता ये है कि अगर इस दौरान देश में कोरोना संक्रमण और फैल गया तो ये परीक्षाएं कैसे होंगी। क्योंकि इस दौरान परीक्षा करवाने से बच्चों को संक्रमण होने का खतरा बढ़ सकता है।
देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए छात्रों और परिजनों की ओर से परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग भी तेजी से की जा रही है। अभिभावकों का कहना है कि वो बच्चों की सुरक्षा को परीक्षाओं के लिए खतरे में नहीं डाल सकते हैं। इतना ही नहीं कोरोना सकंट के बीच परीक्षा करवाए जाने को लेकर कुछ अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय का कहना है कि परीक्षाओं को करवाने का कोई भी अंतिम फैसला स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के बाद ही लिया जाएगा और इन दोनों मंत्रालयों से परीक्षा करवाने को लेकर राय मांगी गई है।
छात्रों की सुरक्षा पहली जिम्मेदारी है। ऐसे में वो कोई भी कदम उठाने से पहले छात्रों की सुरक्षा जरूरत सुनिश्चित की जाएगी। मंत्रालय से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार परीक्षाओं को किस तरह से करवाया जाए इसको अंतिम रुप दिया जा रहा है। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पांच हजार की जगह अब 13 हजार परीक्षा सेंटर बनाने का प्लान तैयार किया गया है। मंत्रालय की और से ये साफ किया गया है कि कोई भी अंतिम फैसला 20 जून तक की संक्रमण की स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कराण देश में होने वाली सभी परीक्षा को स्थगित कर दिया गया था। वहीं अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय इन परीक्षाओं को करवाने पर विचार कर रहा है और जुलाई महीने में स्थगित हुई इन परीक्षा को करवाना चाहता है। लेकिन जिस तरह से देश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, वो चिंता का विषय हैं। ऐसे हालातों में परीक्षाएं कैसे करवाई जाएं ये अहम सवाल बना हुआ है।