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कोरोना के बीच फिर दस्तक देगा चक्रवाती तूफान, इन 2 राज्यों में मचा सकता है भारी तबाही

चक्रवाती तूफान अम्फान ने कुछ ही दिन पहले ओडिशा और बंगाल में भारी तबाही मचाई थी। इस तूफान के कारण हुए विनाश से ये दोनों राज्य अभी तक पूरी तरह से नहीं उबर सके हैं। अम्फान से उबरे नहीं कि एक दूसरे चक्रवाती तूफान का खतरा मंडराने लगा है। जी हां, अरब सागर में बन रहा निसर्ग चक्रवाती तूफान अगले दो दिनो में महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री तटों से टकरा सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी है कि चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महराष्ट्र के क्षेत्रों तथा दक्षिण गुजरात के तटों से टकराने वाला है। इसको लेकर सरकार अलर्ट हो चुकी है। NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात कर दिए गए हैं।

कोरोना महामारी की भयानक मार झेल रहे महाराष्ट्र पर एक के बाद एक संकटों का पहाड़ टूट रहा है। कोरोना के बाद अब निसर्ग से महाराष्ट्र को भारी खतरा है। भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक आनंद कुमार दास ने कहा कि अभी चक्रवाती तूफान निसर्ग गोवा के पणजी से लगभग 370 किमी दक्षिण पश्चिम में, महाराष्ट्र के मुंबई से 690 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और गुजरात के सूरत से 920 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में मौजूद है।

3 जून के शाम तक महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री तटों से टकराएगा निसर्ग

भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक ने कहा है कि निसर्ग तूफान 2 जून की सुबह तक उत्तर की ओर बढ़ने और इसके बाद उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और फिर हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के समुद्री तटों से 3 जून की शाम रात तक टकरा सकती है।

कम दबाव वाला क्षेत्र अब डिप्रेशन में बदला

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरिहरेश्वर महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और आईटी हब पुणे से मात्र 200 किलोमीटर दूर है। वहीं दमन से 360 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्व मध्य अरब सागर और लक्ष्यद्वीप क्षेत्र में कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा था, जो सोमवार सुबह तक एक डिप्रेशन में बदल चुका है।

भयावह रुप से लेकर सकता है चक्रवाती तूफान

माना जा रहा है कि निसर्ग एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तटों से टकराएगा। कम दबाव वाला क्षेत्र और डिप्रेशन आईएमडी के 8 श्रेणी के पैमाने पर शुरूआती दो स्तर के हैं। इन पैमानों का प्रयोग चक्रवाती तूफानों को उनकी तीव्रता के आधार पर वर्गीकृत करने के लिए किया जाता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह तूफान आगे चलकर बहुत ही खतरनाक रूप धारण कर सकता है। मौसम विभाग ने बताया कि 2 जून की सुबह यह चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और इसके बाद 3 जून की शाम या रात तक ये तूफान भयावह रूप ले सकता है।

125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी हवा

निसर्ग जब अपने सबसे भयंकर रूप में होगा, तो हवा की गति 105 से 115 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। माना जा रहा है कि, 3 जून की तड़के सुबह इसकी गति और बढ़ सकती है। निसर्ग तूफान जब तटों से टकराएगा, तो हवा की गति 125 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। IMD ने कहा है कि 4 जून की शाम 5:30 बजे निसर्ग कमजोर पड़ जाएगा और हवा की गति 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे ही रह जाएगी।

गृह मंत्री ने दोनों राज्यों का लिया जायजा

निसर्ग तूफान के मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के सीएम विजय रूपाणी से बातचीत कर, इस तूफान से बचने के लिए राज्यों की तैयारियों का जायजा लिया है। चलते चलते बता दें कि महाराष्ट्र और गुजरात में निसर्ग चक्रवाती तूफान से पहले राज्य सरकारों ने अलर्ट जारी कर दिया है। 3 जून को इन दोनों राज्यों के कुछ क्षेत्रों में भयंकर बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं। साथ ही तूफान के खतरे को देखते हुए मछुवारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि अगले कुछ दिनों तक समुद्र में जाने से परहेज करें।

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