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बड़ी खबर: 31 मई के बाद बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन, इन 11 शहरों पर केंद्र सरकार की पैनी नजर

कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन का पांचवा चरण भी हो सकता है। केंद्र सरकार 31 के बाद भी लॉकडाउन को दो हफ्तों के लिए बढ़ा सकती है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी है कि लॉकडाउन के पांचवे चरण का स्वरूप अलग होगा और इसमें पहले के मुकाबले ज्यादा ढील दी जाएंंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस चरण में देश के 11 मुख्य शहरों पर ज्यादा फोकस होगा, जहां कोरोना के केसेस लगातार बढ़ रहे हैं।  इन 11 मुख्य शहरों में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, चेन्नई, अहमदाबाद, कोलकाता, ठाणे, पुणे, जयपुर, सूरत और इंदौर शामिल हैं। इन शहरों से कंटेनमेंट जोन भी घटाए जा सकते हैं।

धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए राज्य स्वतंत्र होंगे

धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला राज्य अपने अनुसार ले सकेंगे। हालांकि किसी भी तरह के आयोजन और पर्व मनाने पर पाबंदी जारी रहेगी। बता दें कि भारत में कोरोना मरीजों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है। मरीजों की संख्या बढ़कर अब 1.5 लाख के पार हो चुकी है। जानाकारी के लिए बता दें कि देश में कोरोना मरीजों की संख्या 14 दिन में दोगुने हो रहे हैं। वहीं कोरोना की वजह से मौतों का आंकड़ा भी पिछले 16 दिनों में दोगुना हो गया है।

तेजी से बढ़ते मामलों से स्वास्थ्य महकमे में बढ़ा दबाव

देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चिंता का विषय बन चुका है। इस समय कोरोना की वजह से देशभर की स्वास्थ्य महकमों में काफी अधिक दबाव भी है। ऐसे में अब पिछले दो महीने से जारी लॉकडाउन पर भी सवाल खड़े किए जाने लगे हैं, क्योंकि लॉकडाउन कोरोना के केसेस को कम करने के लिए लागू किया गया था, लेकिन ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है।

गौरतलब हो कि केंद्र ने चौथे चरण के लॉकडाउन को सिर्फ उन्हीं इलाकों में केंद्रित रखा जो कंटेनमेंट जोन थे, बाकी इलाकों में अर्थव्यवस्था को पूरी तरीके से खोलने की अनुमति दे दी। इसी के साथ परिवहन के साधनों मसलन बस, ट्रेन और सीमित क्षमता मेें घरेलू उड़ानों को भी अनुमति दी है। वहीं बाजारों, कार्यालयों और उद्योगों को भी फिर से शुरू किया गया है।

धार्मिक स्थलों के लिए सख्त नियम बनेंगे

सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन के पांचवे चरण में धार्मिक स्थलों और जिम खोलने की अनुमति दी जा सकती है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक मंदिरों और दूसरे धार्मिक स्थलों पर पूजा करने की अगर अनुमति दी गई, तो सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाएगा।

बता दें कि कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार पहले ही 1 जून से मंदिरों और चर्चों को खोलने पर अपनी सहमति जता चुकी है। राज्य के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने इस मामले में कहा है कि एक बार केंद्र सरकार की तरफ से मॉल और धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति मिल जाती, तो उसके बाद इन जगहों को खोलने या ना खोलने का फैसला राज्य सरकार का होता।

इन जगहों पर जारी रहेंगी पाबंदियां

लॉकडाउन के पांचवें चरण में भी पहले की तरह ही, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, स्कूल, कॉलेज और अन्य सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बंद रखा जा सकता है। हालांकि कुछ राज्यों ने कहा है कि जून से स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जाए। इस पर केंद्र सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि फिलहाल ऐसा करना खतरनाक हो सकता है इसलिए वह स्कूलों को खोलने के पक्ष में नहीं है।

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